गोपेश्वर बस स्टैंड पर शासनादेश की प्रतियों को जलाकर जताया शिक्षक-कर्मचारियों ने विरोध–
गोपेश्वर: नई पेंशन योजना के विरोध में कर्मचारियों ने रविवार को एक अक्टूबर को काला दिवस के रूप में मनाया। कर्मचारियों ने बदरीनाथ के ब्रह्मकपाल में नई पेंशन योजना के शासनादेश की प्रतियों को विधि विधान से विसर्जित किया। गोपेश्वर बस स्टेंड पर भी बड़ी संख्या में शिक्षक व कर्मचारी एकत्रित हुए और शासनादेश की प्रतियां आग के हवाले की गई।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष पीएस फरस्वाण के नेतृत्व में कई कर्मचारी रविवार को बदरीनाथ धाम पहुंचे। जहां उन्होंने नई पेंशन योजना के शासनादेश की प्रतियों को ब्रह्मकपाल में विसर्जित किया। साथ ही बदरीनाथ मंदिर में जाकर सरकार की सदबुद्धि के लिए प्रार्थना की। पीएस फरस्वाण ने बताया कि एक अक्तूबर को ही राज्य सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को बंद कर नई पेंशन योजना लागू कर दी थी।
जिसके तहत हर साल एक अक्तूबर को कर्मचारी काला दिवस मनाते हैं। शाम करीब छह बजे सभी कर्मचारी गोपेश्वर बस स्टैंड पर एकत्रित हुए और शासनोदश की प्रतियों को जलाते हुए पुरानी पेंशन बहाली के लिए नारेबाजी की। वहीं कर्मचारियों ने रात आठ से नौ बजे तक अपने घरों की लाइट बंद की और काले कपड़े पहनकर विरोध जताया।
इस दौरान जिला संरक्षक डाॅ. बीएमएस रावत, जिला सचिव डीएस नेगी, जिला महिला मोर्चा की संरक्षक लक्ष्मी नेगी, मंजू पुरोहित, जिला महिला अध्यक्ष सीमा पुंडीर, नरेंद्र रावत, जिला उपाध्यक्ष अनीता सती, अनीता बिष्ट, जिला संगठन सचिव धनी आगरी सहित अन्य कर्मचारी शामिल रहे।