मानदेय वृद्धि की लंबे समय से चल रही मांग, एक और मांग भी उठी, पढ़ें क्या बोले अतिथिशिक्षक संगठन–
देहरादून: यह नववर्ष अतिथिशिक्षकों के लिए उम्मीदों भरा रहा है। प्रदेश के 4000 शिक्षकों को मानदेय बढोत्तरी का लाभ मिलेगा। यह मांग लंबे समय से चल रही थी। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि मानदेय वृद्धि के लिए विभाग से प्रस्ताव मांगा गया है, जल्द ही प्रस्ताव को मंजूरी के लिए वित्त और कार्मिक विभाग को भेजा जाएगा। सरकार ने वर्ष 2018 में अतिथिशिक्षकों का मानदेय बढ़कर 15000 रुपये किया गया, इसके बाद वर्ष 2020-21 में इसे 25000 रुपये कर दिया गया। अतिथिशिक्षक अपने सुरक्षित भविष्य के लिए नीति बनाए जाने व मानदेय वृद्धि की लगातार मांग उठाते आ रहे थे।
अतिथिशिक्षक संगठन के प्रदेश महामंत्री दौलत जगुड़ी ने कहा कि मानदेय वृद्धि की मांग पुरानी है, सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। एक बढ़ी मांग यह है कि अतिथिशिक्षकों के पदों को खाली न माने जाने और उनकी गृह जिलों में तैनाती को लेकर पूर्व में निर्णय लिया गया था, लेकिन इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ है, विद्यालयों में नियमित शिक्षकों की नियुक्ति, तबादले औेर पदोन्नति से उनकी सेवाएं लगातार प्रभावित हो रही हैं। अतिथिशिक्षक भी अन्य नियमित शिक्षकों की भांति सुगम से लेकर दुर्गम, अति दुर्गत विद्यालयों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। मानदेय के अलावा कई अन्य मांगें भी हैं, सरकार के समक्ष मांगों को रखा गया है। अतिथिशिक्षकों का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए आगे भी संघर्ष किया जाएगा। सरकार से मांग है कि शिक्षकों की सभी समस्याओं पर सकारात्मक निर्णय लिया जाए, जिससे भविष्य सुरक्षित हो सके।