ओंकारेश्वर मंदिर से भगवान मदमहेश्वर की चल उत्सव विग्रह डोली अपने मंदिर के लिए हुई रवाना, उमड़ा भक्तों का सैलाब–
ऊखीमठ(रुद्रप्रयाग): द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर की चल उत्सव विग्रह डोली शनिवार को अपने मंदिर के लिए रवाना हो गई है। डोली के साथ सैकड़ों भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। छह माह तक मदमहेश्वर भगवान की पूजा अर्चना ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में होती है, जबकि ग्रीष्मकाल में मदमहेश्वर मंदिर में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना विधि विधान से संपन्न होती है। बता दें कि उत्तराखंड में पंच केदार स्थित हैं।
जिनमें से प्रथम केदार केदारनाथ, द्वितीय केदार मदमहेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ, चतुर्थ केदार रुद्रनाथ और पंचम केदार चमोली के उर्गम घाटी में कल्पेश्वर मंदिर है। कल्पेश्वर मंदिर सालभर खुला रहता है, जबकि अन्य चार केदार शीतकाल में बंद हो जाते हैं। शनिवार को चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए गए हैं,
जबकि मदमहेश्वर मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। द्वितीय केदार मदमहेश्वर धाम में भगवान शिव के मध्य भाग की पूजा होती है।मदमहेश्वर धाम रुद्रप्रयाग के सीमांत गांव गौंडार से 16 किलोमीटर की चढ़ाई पार कर पहुंचा जाता है.गौंडार गांव बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से लगभग 30 किमी दूर स्थित है।