बदरीनाथ उपचुनाव: पोलिंग पार्टियों की सुरक्षित आवाजाही के लिए तैयार रखे आकस्मिक प्लान–

by | Jul 2, 2024 | चमोली, निर्वाचन | 0 comments

जिला​ निर्वाचन अ​​धिकारी हिमांशु खुराना ने दिए निर्देश, बरसात को देखते हुए निर्वाचन विभाग अलर्ट–

गोपेश्वर: बदरीनाथ विधानसभा उपचुनाव के दौरान बारिश की संभावना को देखते हुए जिला निर्वाचन विभाग अलर्ट हो गया है। मंगलवार को जिला निर्वाचन अ​धिकारी हिमांशु खुराना ने इस संबंध में नोडल अ​धिकारियों की बैठक ली।

उन्होंने अ​धिकारियों को निर्देशित किया कि चुनाव के दौरान आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए प्लान-बी के रूप में कार्ययोजना तैयार की जाए।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि बरसात के मौसम में भूस्खलन और जल भराव से सड़क मार्गों के अवरूद्ध होने की प्रबल संभावना है। उन्होंने निर्देशित किया कि सड़क मार्गों पर संवेदनशील स्थलों को चिन्हित करते हुए पर्याप्त संख्या में श्रमिक और जेसीबी तैनात की जाए। चिन्हित स्थलों पर पोलिंग पार्टियों के पारगमन के लिए दोनों ओर से आवश्यक संख्या में वाहनों को तैनात रखा जाए। सभी वाहनों पर जीपीएस की व्यवस्था रहें। अपरिहार्य परिस्थितियों से निपटने के लिए वैकल्पिक मार्गो को भी चिन्हित करें। ब्लॉक अधिकारी मतदेय स्थलों के पैदल मार्गो को दुरुस्त रखें। बारिश में मतदान कर्मियों, सुरक्षा बलों और ईवीएम एवं अन्य मतदान सामग्री की सुरक्षा के लिए रेनकोट, बरसाती की समुचित व्यवस्था की जाए।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए कि बूथ हेल्थ मैनेजमेंट प्लान को अपरिहार्य परिस्थितियों के अनुरूप बनाया जाए। एम्बुलेंस एवं आवश्यक औषधि सहित प्रत्येक क्षेत्र में चिकित्सा दलों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। मतदेय स्थलों पर विद्युत, पेयजल, क्यू-शेड के साथ ही मतदान कार्मिकों के ठहरने हेतु वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। इस मौके पर अपर जिला निर्वाचन अधिकारी अभिनव शाह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी विवेक प्रकाश, पोखरी एसडीएम कमलेश मेहता, जोशीमठ एसडीएम सीएस बशिष्ठ, लोनिवि के अधिशासी अभियंता राजवीर सिंह चौहान, ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अला दिया, आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी, चुनाव व्यवस्थाओं से जुड़े सभी नोडल अधिकारी सहित सड़क, विद्युत, पेयजल, परिवहन आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोनिवि, आरडब्लूडी, पीएमजीएसवाई, बीआरओ तथा सड़क मार्ग से संबधित अन्य विभाग, विद्युत, पेयजल, चिकित्सा, आपदा प्रबंधन और तहसील प्रशासन को आपस में निरंतर समन्वय रखते हुए अपरिहार्य परिस्थिति से निपटने हेतु प्लान के साथ सजग और सर्तक रहने के निर्देश दिए।

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