प्रभावित परिवार के एक सदस्य को रोजगार दिलाने, उचित मुआवजा और जीपीएफ भुगतान की मांग भी रखी–
गोपेश्वर: एक साल पहले चमोली में अलकनंदा किनारे स्थित नमामि गंगे के एसटीपी पर हुए करंट हादसे के पीड़ित परिवारों को आज तक न्याय नहीं मिल पाया है। करंट हादसे के पीड़ित परिजनों व ग्रामीणों ने रोजगार व उचित मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को गोपेश्वर में रैली निकाली। उसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यदि जल्द मांग पर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन तेज किया जाएगा।
चमोली करंट हादसे के पीड़ित परिवारों के लोग 15 दिनों से कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दे रहे हैं। मंगलवार को पीड़ित परिजनों के साथ क्षेत्र के अन्य ग्रामीणों ने पुराने पेट्रोल पंप से डीएम कार्यालय तक रैली निकाली। जिसके बाद वे कलेक्ट्रेट परिसर गेट के सामने धरने पर बैठ गए।

ग्रामीणों ने कहा कि एक साल से अधिक समय हो गया है। लेकिन उनकी मांग पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। करंट हादसे में जान गंवाने वालों के परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं। मरने वालों में ज्यादातर परिवार के एकमात्र कमाने वाले थे। ऐसे में अब उनके सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है। बाद में ग्रामीणों ने सीडीओ को एक ज्ञापन सौंपा। कहा कि जल्द पीड़ित परिवार के एक सदस्य को रोजगार नहीं दिया गया तो वे आंदोलन तेज कर देंगे। आंदोलन में अरुण कुमार, महेश कुमार, अजय सिंह, धीरज कुमार, सुशील, नीता देवी, ममता देवी, उषा रावत, सुनीता देवी, भगत कनियाल के साथ ही कई लोग शामिल थे।