25 सालों से सुचारु यातायात में परेशानी खड़ी कर रहा पर्थाडीप भूस्खलन क्षेत्र, स्थानीय लोगों के साथ ही तीर्थयात्री हो रहे परेशान–
नंदप्रयाग(चमोली): बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पर्थाडीप भूस्खलन क्षेत्र का दायरा बढ़ता जा रहा है। यहां करीब 100 मीटर एरिया में पहाड़ी से लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिससे स्थानीय लोगों और बदरीनाथ धाम व हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नंदप्रयाग में हाईवे के बंद होने से नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण मोटर मार्ग से वाहनों की आवाजाही करवाई जा रही है, लेकिन यहां भी वाहनों की अधिक संख्या होने से लगातार जाम की स्थिति बन रही है।
पर्थाडीप भूस्खलन क्षेत्र में 1999 से भूस्खलन हो रहा है, यहां ऊपरी क्षेत्र में चीड़ का जंगल है, यहां से पानी का रिसाव भी होता है। यह ढलान वाला एरिया होने के कारण लगातार भूस्खलन हो रहा है। वर्ष 2021 तक यहां भूस्खलन थमा हुआ था,
लेकिन इसके बाद ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य के तहत हिल कटिंग का काम शुरू होने के बाद से यहां फिर से भूस्खलन शुरू हो गया है। अब भूस्खलन का दायरा बढ़ता जा रहा है।
पहाड़ी से मलबे के साथ चीड़ के पेड़ भी टूटकर आ रहे हैं। यह भूस्खलन प्रशासन के लिए भी सिरदर्द बना हुआ है। बदरीनाथ धाम की दूसरे चरण की तीर्थयात्रा भी शुरू हो गई है। यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, जिससे हाईवे के बंद होने से यात्रियों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।