गोपेश्वर और जोशीमठ में वन आरक्षियों ने नारेबाजी करते हुए किया प्रदर्शन, पदोन्नति सहित विभिन्न मांगों को लेकर कर रहे आंदोलन–
गोपेश्वर, 14 फरवरी 2025: पदोन्नति सहित अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर वन आरक्षी/वन बीट अधिकारियों ने बृहस्पतिवार से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। गोपेश्वर में अलकनंदा भूमि संरक्षण वन प्रभाग के वन चेतना केंद्र और ज्योतिर्मठ में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए वन आरक्षी धरने पर बैठ गए हैं।
वन आरक्षी अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर छह फरवरी से बांह पर काला फीता बांधकर विरोध जता रहे हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड वन बीट अधिकारी/वन आरक्षी संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर चमोली जिले में वन बीट अधिकारियों का पूर्ण कार्य बहिष्कार शुरू हो गया है।

केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग, बदरीनाथ वन प्रभाग और अलकनंदा भूमि संरक्षण प्रभाग के वन बीट अधिकारियों का गोपेश्वर में जबकि नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के वन बीट अधिकारियों का ज्योतिर्मठ में धरना प्रदर्शन चल रहा है। उनकी मांगों में 2016 की नियमावली लागू करने, समय पर पदोन्नति करने और वर्दी नियमों में संशोधन की मांग शामिल है।
उत्तराखंड वन बीट अधिकारी/वन आरक्षी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सचिन सिलोडी का कहना है कि 2018 में वन अधिनियम सेवा नियमावली को संशोधित किया गया, जिससे उनकी पदोन्नति पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। इसलिए वे वन अधिनियम सेवा नियमावली 2016 को लागू करने की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने तीन फरवरी अपनी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन उसपर कोई अमल नहीं हो पाया। शुक्रवार को मुख्य वन संरक्षक के साथ देहरादून में वार्ता होनी है। वार्ता में यदि समाधान निकलता है तो कार्य बहिष्कार वापस लिया जाएगा, यदि कोई समाधान नहीं निकलता है तो कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।