मंथन: पिंडर नदी को कोसी, गरुड़ और गोमती नदी से जोड़कर करेंगे संरक्षण–

by | Feb 18, 2025 | देहरादून, राजकाज | 0 comments

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नीति आयोग से किया अनुरोध, कहा उत्तराखंड देश का वाटर टेंक–

देहरादून, 18 फरवरी 2025: राजपुर रोड ​स्थित एक होटल में नीति आयोग की प्राकृतिक जलस्रोतों के संरक्षण के लिए आयोजित कार्यशाला में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नदियों को सदानीर रखने में नदी जोड़ो परियोजना अहम योगदान कर सकती है।

राज्य की पिंडर नदी को कुमाऊं मंडल की कोसी, गरुड़ और गोमती नदी से जोड़ना समय की मांग है। उन्होंने इसे नीति आयोग से केंद्र की नदी जोड़ो परियोजना में शामिल करने का अनुरोध किया है। इससे 625 गांवों के दो लाख लोगों को लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोसी, गोमती और गरुड़ नदी सूखने के कगार पर हैं। संकट से जूझ रहे प्राकृतिक जल स्रोतों और नदियों को बचाने के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। उत्तराखंड वनों और प्राकृतिक जलस्रोतों में समृद्ध राज्य है।

जलस्रोतों के महत्व की वजह से राज्य में जलस्रोतों को पूजने की परंपरा सदियों से है। राज्य नेद्स मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए विशेष प्रा​धिकरण सारा का गठन किया है।

इसके तहत 5500 जलस्रोत और 2292 सहायक नदियों को चि​न्हित करते हुए उनका उपचार किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड देश का वाटर टावर है। गंगा और यमुना देश के बड़े हिस्से को पीने और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराती हैं।

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