अध्ययन क्षेत्र में उन्नत शोध के लिए तैयार किए जा रहे शोधार्थी, महाविद्यालय में 21 शोधार्थियों का हुआ पंजीकरण–
गोपेश्वर, 01 मार्च 2025: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर में प्री पीएचडी कोर्स वर्क 2025 के लिए शोध अभिविन्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभिविन्यास कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शोधकर्ताओं को उनके अध्ययन क्षेत्र में उन्नत शोध के लिए तैयार करना ,उनके विषय ज्ञान के प्रति रुचि जागृत करना व विश्लेषणात्मक व समालोचनात्मक सोच का विकास करना है।

श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय द्वारा शोध कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए महाविद्यालयों को रिसर्च सेंटर बनाया गया है। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर को भी शोध केंद्र के रूप में चुना गया है। इस कोर्स के अंतर्गत महाविद्यालय में 21 शोधकर्ताओं का पंजीकरण किया गया है। कार्यक्रम की शुरुआत में सभी शोधकर्ताओं द्वारा अपना परिचय दिया गया ।
उसके पश्चात कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर चंद्रावती जोशी ने प्री पीएचडी के छह माह के कोर्स की रूपरेखा से सभी को अवगत कराया।और साथ ही, कोर्स के उद्देश्य, कोर्स की परीक्षा प्रणाली व कोर्स की समय सारणी आदि के विषय में भी बताया । कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों प्रो. बीपी देवली, प्रो. मनीष डंगवाल, प्रो. एसएस रावत, प्रो. जगमोहन नेगी द्वारा भी अपने विचार रखे गए व सभी शोधकर्ताओं का मार्गदर्शन किया गया।

प्राचार्य प्रो. अमित कुमार जायसवाल द्वारा सभी शोधकर्ताओं को शोध के क्षेत्र को वर्तमान के समसामयिक विषयों से जोड़ते हुए व आज के समय में उनकी सार्थकता को ध्यान में रखते हुए अपने शोध विषयों को चयन करने की बात कही व साथ ही प्राचार्य ने शोध व अनुसंधान के प्रयास को सफल बनाने के लिए सभी को अपना उत्कृष्ट योगदान देने हेतु प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. विधि ढौंडियाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. मनीष कुकरेती द्वारा सभी का धन्यवाद किया गया। कार्यक्रम में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. गिरीधर जोशी, डॉ. मनीष कुमार मिश्रा, डॉ. पूनम टाकुनी, डॉ. रचना टम्टा व डॉ. भावना भी उपस्थित रहे।