डुंगरी गांव का है मामला, जिलाधिकारी से मिले ग्रामीण, अब होगी डामरीकरण की जांच–
गोपेश्वर, 22 अप्रैल 2025: दशोली ब्लॉक के डुंगरी गांव को यातायात से जोड़ने वाली सड़क पर पंद्रह साल के लंबे इंतजार के बाद अब डामरीकरण शुरू हो गया है, लेकिन ठेकेदार और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से डामरीकरण कार्य की घटिया गुणवत्ता के कारण ग्रामीण परेशान हैं। सड़क पर बिछाया डामर चार दिन में ही उखड़ने लगा है। यानि सरकारी धन का खुलेआम दुरुपयोग किया जा रहा है।
सोमवार को ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने कहा कि वे पिछले 15 सालों से सड़क सुधारीकरण कार्य के साथ ही डामरीकरण की मांग कर रहे थे। लेकिन लोनिवि ने अब डामर बिछाने का काम शुरू तो किया तो यह बिछाते ही उखड़ने लगा है।
डुंगरी गांव के ग्रामीणों ने विगत वर्ष सड़क पर डामरीकरण की मांग को लेकर बदरीनाथ विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार भी किया था। उसके बाद प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने डुंगरी पहुंचकर ग्रामीणाें को शीघ्र सड़क सुधारीकरण और डामरीकरण का आश्वासन दिया था।
ग्रामीण रविंद्र सिंह झिंक्वाण, महेंद्र सिंह, सुबोध सिंह, विनोद लाल आदि का कहना है कि कई बार मांग करने के बाद अब सड़क पर डामर बिछ रहा है, लेकिन डामरीकरण की घटिया गुणवत्ता के कारण यह उखड़ने लगा है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से डामरीकरण कार्य की जांच की मांग उठाई है। जिस पर जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने डामरीकरण कार्य की जांच का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है। इसके लिए विभाग को शासन से करीब एक करोड़ रुपये भी स्वीकृत हुए हैं। लेकिन डामरीकरण में घटिया सामग्री का प्रयोग कर सरकारी धन को ठिकाने लगाने का काम किया जा रहा है।