चमोली। हम अपने हक के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन सरकार है कि मानने को तैयार ही नहीं है। चमोली जनपद के सस्ता गल्ला विक्रेताओं में आक्रोश है कि वे एक सितंबर से आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार उनकी सुन नहीं रही है। शुक्रवार को कलक्ट्रेट परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यदि पूर्ति विभाग की ओर से किसी भी गल्ला विक्रेता पर कार्य करने के लिए दवाब और कानूनी कार्रवाई की जाती है तो समस्त गल्ला विक्रेता सामूहिक इस्तीफा जिला प्रशासन को सौंप देंगे। कहा गया कि मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रखी जाएगी। जब तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं होती वह सरकारी गोदामों से राशन नहीं उठाएंगे। धरना-प्रदर्शन के बाद हुई बैठक में अध्यक्ष सत्य प्रसाद सेमवाल ने कहा कि एक सितंबर से सस्ता गल्ला विक्रेता लाभांश बढ़ाने, हर महीने मानदेय देने आदि मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं, लेकिन उनकी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती आंदोलन जारी रखेंगे।
इस मौके पर कर्णप्रयाग ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्र सिंह बगोली, कर्ण सिंह, दिनेश चंद्र, पूरण सिंह रावत, दीपक चंद्र मुनियाल, मान सिंह, धनराज सिंह रावत, महावीर सिंह, नरेंद्र सिंह, राम सिंह, दान सिंह, रमेेश चंद्र, शिव लाल, वीपी खंडूरी, दिनेश चंद्र आदि मौजूद थे। सस्ता गल्ला विक्रेताओं की हड़ताल से जिला पूर्ति विभाग के अधिकारी भी असमंजस में हैं। बताया जा रहा है कि गोदाम फुल होने के कारण पूर्ति विभाग ने अक्टूबर माह के राशन का भंडारण अभी तक नहीं किया है।