सेना और आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही भी हुई सुचारु, नीती घाटी में देवीय कार्यों में जा रहे कई ग्रामीण–
जोशीमठ, 30 अगस्त 2025: पिछले तीन दिनों से बंद पड़ा मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग शनिवार को शाम छह बजे वाहनों की आवाजाही के लिए खुल गया है। जिसके बाद हाईवे के दोनों ओर फंसे ग्रामीणों के वाहनों को आगे भेज दिया गया है। सड़क सुचारु होने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। सूकी भलागांव के पूर्व ग्राम प्रधान लक्ष्मण सिंह बुटोला का कहना है कि मलारी हाईवे कई जगहों पर बदहाल स्थिति में पहुंच गया है।
लाता गांव के पास जिस जगह पर हाईवे क्षतिग्रस्त हुआ, वहां अभी भी मलबा भरा है। मलबे के ऊपर से ही वाहनों की आवाजाही करवाई गई। यहां अभी भी हाईवे के बंद होने का खतरा बना हुआ है। इधर, सलधार में भी हाईवे बाधित हो गया था, उसे भी खोल दिया गया है।
आजकल नीती घाटी में ग्रामीणों के आराध्य देवताओं की पुजा चल रही है। जिसमें शामिल होने के लिए मैदानी क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीण भी पहुंच रहे हैं। हाईवे के बाधित होने से शनिवार को करीब 90 लोगों को एसडीआरएफ की टीम ने पैदल ही रवाना किया। मलारी गांव के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान देव सिंह राणा ने बताया कि हाईवे के बाधित होने पर ग्रामीण अपने गांवों में नहीं पहुंच पा रहे थे।
उन्होंने जोशीमठ एसडीएम से बात की और जल्द हाईवे को खुलवाने की मांग उठाई। ग्राम प्रधान ने बताया कि नीती घाटी के गांवों में इन दिनों आराध्य देवताओं की पूजाएं चल रही हैं। हाईवे बाधित होने से पंडित के समय पर न पहुंचने के कारण पूजा कार्यक्रम ही बदलवाना पड़ा। हाईवे के खुलने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।