पल्ला गांव में दर्जनों आवासीय मकानों में आई दरारें, कई घर रहने लायक नहीं, परेशान हुए आपदा प्रभावित–
गोपेश्वर, 04 सितंबर 2025: चमोली जनपद आपदा से कराह रहा है। जनपद में भूधंसाव की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। अब पल्ला गांव में भूधंसावथम नहीं रहा है। मानवाधिकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष जसवंत लाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर पल्ला गांव के आपदा प्रभावितों की समस्याओं के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पल्ला गांव में 31 परिवारों के आवासीय मकान भूधंसाव से रहने लायक नहीं रह गए हैं। उन्होंने प्रभावित परिवारों को विस्थापित करने और आर्थिक मदद करने का आग्रह किया है।
इसके अलावा नंदानगर में भी बाजार का एक हिस्सा भूधंसाव से त्रस्त है। यहां कई आवासीय भवन ध्वस्त हो गए हैं। नंदानगर के बैंड बाजार की 40 दुकानें भी इसकी चपेट में आ गई हैं। नंदप्रयाग-नंदानगर सड़क पर ग्वाड़ा में नया भूस्खलन क्षेत्र बन गया है। यहां पहाड़ी से लगातार भूस्खलन हो रहा है।

ज्यातिर्मठ के पल्ला गांव में करीब 25 भवनों में दरारें आ गई हैं। कई भवन रहने लायक नहीं रह गए हैं। पोखरी के खन्नी और कांडा गांव में भी भूधंसाव तेजी से बढ़ रहा है। कांडा गांव में एक दोमंजिला भवन का प्रथम तल जमीन में धंस गया है, जिससे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।
गोपेश्वर-घिंघराण सड़क पर ब्रह्मसैंण में करीब 100 मीटर हिस्से में भूधंसाव हो रहा है। धंसाव इतना बढ़ गया है कि यहां आवासीय भवनों को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। यह सड़क क्षेत्र के 13 से अधिक गांवों को यातायात से जोड़ती है।