गोपेश्वर। नगर पालिका गोपेश्वर में विकास कार्यों के आवंटन में गड़बड़झाला सामने आया है। अध्यक्ष की ओर से अपने कई चहेते ठेकेदारों को एक के बाद एक काम देने में लगे हुए हैं। ठेकेदार भी इतने आश्वस्त कि टेंडर आवंटन होने से पहले ही प्रस्तावित कार्यों को शुरू कर दे रहे हैं। पालिका की ओर से खुलेआम व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने का काम किया जा रहा है। यह खुलासा किया है नगर पालिका के ही सभासदों ने। सोमवार को गढ़वाल मंडल विकास निगम के सभागार में पत्रकारों से वार्ता में सभासद नवल भट्ट, सुभाष नगर से उपेंद्र भंडारी, गंगोलगांव से प्रियंका बिष्ट और पाडुली से दीपक पंवार ने कहा कि नगर पालिका के बोर्ड में रखे प्रस्तावों की कोई अहमितयत नहीं है। अपने चहेते लोगों को अध्यक्ष की ओर से काम दिया जा रहा है। सभासदों के प्रस्तावों को दरकिनार किया जा रहा है। पालिका क्षेत्र में प्रशासन की ओर से बिना एनओसी के पार्कों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, जबकि पालिका मूकदर्शक बनी हुई है। कर्णप्रयाग टैक्सी स्टेंड के समीप तीन साल पूर्व निर्मित भवन के कमरों का आज तक सार्वजनिक आवंटन नहीं किया गया है, जिससे पालिका को लाखों का चूना लग रहा है। इन दुकानों की भी बंदरबांट करने की फिराक में हैं। कहा गया कि पालिका की योजनाओं के आवंटन में खुलेआम राजनीति की जा रही है। तीन साल पूर्व हुई बोर्ड की बैठक में पास हुए प्रस्तावों पर आज तक काम शुरू नहीं हो पाया है। चेतावनी दी गई कि बोर्ड के अधिकारों को समाप्त नहीं होने दिया जाएगा। सभासदों ने कहा कि नगर पालिका की परिसंपत्तियां किसके नाम हैं, अध्यक्ष को यह तक मालूम नहीं है। यदि उन्हें अध्यक्ष पद पर काम करना नहीं आ रहा है तो उन्हें अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए। यदि ऐसा ही चलता रहा तो सभी सभासद अगला कदम उठा देंगे। कहा गया कि नगर में दुकानों का जो आवंटन हुआ है, वह भी नियम विरुद्घ हो रहा है। दुकानों के आवंटन में भी मनमानी की जा रही है। जिन लोगों को दुकानों का आवंटन किया गया है, उनकी ओर से ऊंचे दामों में वे दुकानें तीसरे व्यक्ति को किराए पर दी गई हैं, जिससे उन्हें पालिका बैठे बिठाए फायदा पहुंचा रही है। सभासदों ने शीघ्र इस संबंध में बड़ा आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है।