वसंत पंचमी पर पीले वस्त्र पहनना, केसरिया पीला भात खाना और कन्याओं के नाक-कान छिदवाना है बेहद शुभ–
चमोलीः वसंत पंचमी के शुभ पर्व पर शनिवार को मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी रही, लोगों ने पूजा-पाठ करने के बाद अपनी कन्याओं के नाक कान छिदवाए। पंचमी के पावन पर्व पर ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर विद्या ,बुद्धि, कला व ज्ञान का वरदान लेना , पीले वस्त्र पहनना, केसरिया पीला भात खाना तथा कन्याओं के नाक- कान छिदवाना बेहद शुभ माना जाता है।
आचार्य शंभू प्रसाद पांडे बताते हैं कि बसन्त पंचमी का दिन वह अबूझ दिन माना जाता है, जिसमें कोई भी शुभकार्य बिना किसी ज्योतिष या पंडित से पूछे बेझिझक सम्पन्न करवाया जा सकता है। नया कारोबार करना ,भूमि पूजन करना,गृह प्रवेश करना,नई सम्पति क्रय करना,सगाई -शादी करना ,नए वाहन खरीदना, नन्हें बच्चों को पहली बार लेखनी चलाने की शुरुआत करना आदि शुभ कार्य बिना पूछे सम्पन्न करवाये जा सकते हैं।
इधर, जनपद के प्रसिद्घ गोपीनाथ मंदिर, रुद्रनाथ, बटलेश्वर, सकलेश्वर, बामनाथ, नागनाथ, इंद्रामति देवी मंदिर, कुरुड़ नंदा देवी सिद्घपीठ में सुबह से ही लोगों ने पूजा अर्चना संपन्न की और अपने घरों के दरवाजे की चौखट पर गोबर के साथ जौ की बाली लगाई।