कर्णप्रयाग विधानसभा सीट पर चुनाव हारने के बावजूद 22 हजार लोगों का दिल जीत गए मुकेश नेगी, कांग्रेस पार्टी ने कर्णप्रयाग विधानसभा में अपनी हार के कारणों पर मंथन शुरू कर दिया है। इस विधानसभा में पोस्टल वोट छोड़कर भाजपा के अनिल नौटियाल को 28,911 तथा कांग्रेस के मुकेश नेगी को 22,196 वोट मिले हैं।
चुनाव प्रचार में भाजपा के स्टार प्रचारक राजनाथ सिंह व डा. रमेश पोखरियाल निशंक प्रचारक पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस पार्टी का एक भी बड़ा चेहरा नहीं पहुंचा। ऐसे में मुकेश नेगी अपना पहला विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी 22 हजार लोगों का दिल जीत गए।कांग्रेस कमेटी आदिबदरी के अध्यक्ष हरेंद्र चौधरी ने विश्लेषण करते हुए कहा कि कर्णप्रयाग विधानसभा में कुल 174 बूथों में से 86 बूथ कर्णप्रयाग ब्लॉक में हैं। जिसमें कांग्रेस 46 बूथों पर पीछे व 39 बूथों पर आगे और एक बूथ बराबर रही। गौचर नगर के छह बूथों पर आगे और कर्णप्रयाग नगर में एक बूथ पर पीछे रही। 73 ग्रामीण बूथों में से कांग्रेस 28 बूथों पर आगे और 44 बूथों पर पीछे रही। पार्टी को गौचर व कर्णप्रयाग नगर व सांगठनिक विकासखंड आदिबदरी से बढ़त मिली।
आदिबदरी न्याय पंचायत में कुल 11 बूथ हैं। जिसमें आदिबदरी, खेती, नगली, भलसों, सुगड़, छिमटा, पज्याणा मल्ला बूथों पर बढ़त व सिराणा, चौरड़ा, प्यूंरा और मालसी बूथ पर कांग्रेस पीछे रही। देवलकोट न्याय पंचायत के 14 बूथों में से कांग्रेस बूंगा, विजयसैंण, मज्याड़ी मल्ली, पिंडवाली, पुनगांव व चौंरासैण बूथ पर पीछे रही। जबकि पंडाव, दरमोली, कांसुवा, आली-मज्याड़ी, देवलकोट, पेब, किरसाल, मालई व मलेठी बूथों पर आगे रही। दिवालीखाल तक के 111 बूथों पर कांग्रेस करीब 1300 मतों की बढ़त ले गई।
गैरसैंण के 63 बूथों में से कांग्रेस 55 बूथों पर काफी मतों से पीछे रही। कुमोली, झूमाखेत, मूसौं, डुंग्री, गांवली, मैलाणा में आगे रही। नगर में राइंका गैरसैंण कक्ष संख्या एक और राप्रावि गैरसैंण कक्ष संख्या दो में भी भाजपा से आगे रही। यह देखने वाली बात है, बिना तामझाम और शीर्ष नेताओं की फौज के बिना ही मुकेश नेगी मतदाताओं की पसंद बन गए। आगामी 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुकेश नेगी की मजबूती अभी से साफ झलक रही है।