चमोली जनपद में एक भी पेयजल लाइन पर नहीं फिल्टर की व्यवस्था, नलों पर आ रहे कीड़े-मकोड़े–
गोपेश्वरः चमोली जनपदवासी जल निगम और जल संस्थान की नाकामी का खामियाजा भुगत रहे हैं। जनपद के किसी भी पेयजल योजना पर फिल्टर की व्यवस्था नहीं है, जिससे नलों पर पानी के साथ कीड़े-पतंंग, कूड़ा-करगट और मिट्टी भी सप्लाई हो रही है। लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। गोपेश्वर नगर के लिए सप्लाई हो रही अमृत गंगा पेयजल योजना के स्रोत के समीप ही फिल्टर टेंक का निर्माण हो रहा है, लेकिन पिछले तीन साल से यह चालू नहीं हो पाया है। जिला प्रशासन भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। घरों में पानी आने के बावजूद भी लोग पीने के पानी के लिए प्राकृतिक जलस्रोत पर पानी भरने जा रहे हैं।
नगर पालिका सभासद नवल भट्ट का कहना है कि जल निगम के अधिकारियों को कई बार फिल्टर की व्यवस्था करने के लिए कहा गया, लेकिन अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं। अमृत गंगा पेयजल योजना पर फिल्टर टेंक लगभग बनकर तैयार हो गया है, लेकिन ठेकेदार ने अभी तक अंतिम चरण का काम ही पूरा नहीं किया है, जिससे पानी की गुणवत्ता नहीं सुधर रही है। अब जनप्रतिनिधि स्थानीय लोगों को साथ में लेकर आंदोलन के मूड़ में हैं। नवल भट्ट का कहना है कि बरसात में अमृत गंगा में गाद भर जाता है, फिल्टर न होने से यह गंदला पानी ही नलों पर सप्लाई हो रहा है। कहा कि अब जल निगम कार्यालय के सम्मुख आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।