चमोलीः शहीदे आजम भगत सिंह के 93वें शहादत दिवस पर आयोजित हुआ सेमिनार–

by | Mar 23, 2023 | चमोली, शहादत | 0 comments


 भारत की जनवादी नौजवान सभा ने आयोजित किया सेमिनार, कई मुद्दे उठे–  

गोपेश्वरः भारत की जनवादी नौजवान सभा की जिला इकाई जनपद चमोली द्वारा आज जिला पंचायत सभागार गोपेश्वर में  शहीदे आजम भगतसिंह की 93 वीं शहादत दिवस पर एक सेमिनार का आयोजन जिला पंचायत सभागर गोपेश्वर में किया गया सेमिनार का विषय था (कारपोरेट लूट और बेरोजगारी तथा सांप्रदायिकता के दौर में भगत सिंह की प्रसंगिकता) सेमिनार में मंचासीन अध्यक्ष मंडल में कर्मचारी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष श्री शिव सिंह नेगी ,पीपीआई डी के जिला प्रदेश महामंत्री पी.एल बैछवाल, जनवादी महिला समिति की नेत्री पुष्पा किमोठी, कर्णप्रयाग महाविद्यालय के छात्र नेता अरमान कठैत,पूर्व किसान नेता राजपाल कन्याल , DYFI के जिला अध्यक्ष कमलेश गौड़, राजेंद्र सिंह नेगी के मंचासीन होते ही सेमिनार का उद्घाटन संबोधन संगठन के जिला अध्यक्ष कमलेश गौड़ ने अपनी बात रखते हुए कहा कि शहीद ए आजम भगत सिंह साम्राज्यवाद से लड़ते हुए शहीद हो गए उन्होंने साम्राज्यवाद के खतरों और साम्राज्यवादी शक्तियों द्वारा जनता की एकता को छिन्न-भिन्न करने के लिए हिंदू मुस्लिम बिखराव की नीति को अंजाम दिया और कहा 

फूट डालो राज करो की नीति जो अंग्रेजों की थी वही आज वर्तमान शासक पार्टी कर रही है और इस फूट के चलते कॉरपोरेट घरानों की तिजोरी को भरने का काम कर रही है इसीलिए आज के दौर में भगत सिंह की प्रासांगिकता को बताते हुए उन्होंने सरकारों की तमाम तरह की जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध संगठित संघर्ष के लिए आह्वान किया सम्मेलन में सेमिनार में बतौर मुख्य वक्ता रुद्रप्रयाग जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री कॉमरेड गंगाधर नौटियाल ने कहा कि आजादी के रणबांकुरे ने जिस खुशहाल भारत का सपना सजाया था जिसके चलते देश में बड़े पैमाने पर सार्वजनिक क्षेत्र का विकास और विस्तार हुआ कृषि के क्षेत्र में कृषि अनुसंधान कृषि विश्वविद्यालय वैज्ञानिकों ने उन्नत खाद और बीज के जरिए किसानों को सरकारी नीति के तहत सब्सिडी पर दी जाती थी जिसके कारण देश में खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल की लेकिन वर्तमान सरकार किसी क्षेत्र को खत्म करना चाहती है यही नहीं वह मजदूरों के लंबे संघर्षों से अर्जित श्रम कानूनों को भी खत्म करना चाहती है और हमारे आजादी के बाद खड़े किए गए बड़े-बड़े सार्वजनिक उद्योगों को आज सरकार कौड़ियों के भाव कॉरपोरेट घरानों को बेच रही है उन्होंने यह भी कहा कि आज लोक प्रचलित हो गया है कि हम दो हमारे दो यानी नरेंद्र मोदी दो ही प्यारे -अडानी और अंबानी।

 बाकी यह कहने की बातें हैं सबका साथ सबका विकास विकास भी कॉरपोरेट का हो रहा है और मुनाफा भी उन्हीं को पहुंचाया जा रहा है आम जनता कुपोषण भुखमरी बेकारी और लाचारी का जीवन जीने के लिए मजबूर है जैसा अंग्रेजी साम्राज्यवाद के दौरान गुलाम भारत में जनता जीने को मजबूर थी उन्होंने वैकल्पिक नीतियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि जिस तरह से किसानों ने किसान विरोधी तीन कृषि कानूनों को व्यापक किसान एकता के बल पर केंद्र सरकार से अपने संघर्ष के बदौलत वापस कराने में सफलता हासिल की और देश का श्रमिक वर्ग चारों श्रम कानूनों को वापस लेने के लिए संघर्षरत हैं।  और संघर्ष की अगली कड़ी में 

5 अप्रैल को दिल्ली के अंदर विशाल मजदूर किसान की बढ़ी रैली का आयोजन किया जा रहा है उसमें बढ़-चढ़कर भाग लेने की सबसे अपील की इस सेमिनार में इस सेमिनार को संबोधित करने वालों में किसान सभा के जिला मंत्री ज्ञानेंद्र खंतवाल 

सीटू के जिला अध्यक्ष मदन मिश्रा 

जनवादी नौजवान सभा के गजे सिंह बिष्ट 

उत्तराखंड क्रांति दल के दीपक फर्स्वाण

 कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मुकेश नेगी ,हरिकृष्ण भट्ट ,

पीपीआईडी के नेता पुष्कर पी.एल. बैछवाल, गिरीश आर्य नंदन कठैत,

 नौजवान सभा के जिला मंत्री राजेंद्र नेगी ,किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष भुपाल सिंह रावत 

बस्ती लाल ,पुष्पा किमोठी,

गीता बिष्ट, अरमान कठैत, नरेंद्र रावत, मोहन सिंह, राजपाल कन्याल, ऊषा बिष्ट, आप पार्टी के नेता अनुराग पोखरियाल, आप नेता अनूप रावत “डैनी “, कांग्रेस नेता प्रमोद बिष्ट, पालिका पार्षद राजेन्द्र लाल , पुर्व फारेस्ट ऑफिसर रेंजर रघुबीर लाल खनेड़ा, आदि सैंकड़ो लोगो ने सेमिनार में शिरकत की।

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