गोपेश्वर। चमोली- सरतोली-लासी मोटर मार्ग की दिशा-दशा को सुधारने के लिए जनप्रतिनिधियों के एक शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से भेंट की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। जनप्रतिनिधियों ने सड़क की मजिस्ट्रेटी जांच करने, खाईपैरा तोक में भूस्खलन क्षेत्र के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने और सड़क पर हुए निर्माण कार्यों की निम्न गुणवत्ता की जांच कर संबंधित विभागों पर नियमानुसार कार्रवाई की मांग की गई।जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यह सड़क हमेशा से ही क्षेत्रीय जनता की परेशानियों का सबब बनी हुई है। पीएमजीएसवाई और लोक निर्माण विभाग द्वारा फर्स्वाणफाट क्षेत्र में जब से सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया, तब से लेकर आज दिन तक हर समय क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधियों द्वारा इनके कार्य की गुणवत्ता और स्वामित्व के बारे में बार-बार प्रशासन से लिखित व मौखिक रूप से शिकायत की गई। लेकिन आज तक संबंधित विभागों पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। वर्तमान समय में बारिश के कारण सड़क अनेक जगहों पर भूस्खलन से बदहाल स्थिति में है। और आवासीय बस्तियों को सड़क से खतरा पैदा हो गया है। खाई पैरा तोक तो लोक निर्माण विभाग और ठेकेदारों के लिए कामधेनु गाय बना हुआ है। यहां करोड़ों रुपये के वारे-न्यारे करने के बावजूद भी स्थिति जस की तस है। भूस्खलन क्षेत्र का स्थाई समाधान नहीं निकाल पाया है। पीएमजीएसवाई के अधीन की निर्माणाधीन रोड़ भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। डामरीकरण भी समय से पहले ही उखड़ गया है। सुरक्षा दीवार, नाली एवं पुल का निर्माण मानकों के अनुसार नहीं हुआ है, जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। सड़क यातायात के लिए भी खतरनाक बनी हुई है। इसके अलावा ठेली, मैड़, पलेटी, धारकोट, मथरपाल, मैठाणा रोड़ भी अवरूद्घ पड़ी हुई है। मांग उठाई गई कि खाईपैरा में ड्रेनेज सिस्टम सुधारा जाए। और सड़क की मजिस्ट्रेटी जांच कर दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इस मौके पर प्रधान संगठन के अध्यक्ष नयन सिंह कुंवर के साथ ही कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।