शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद जी महाराज ने भी किया बाईपास का विरोध, कहा श्रद्धालुओं को नृसिंह मंदिर के दर्शनों से नहीं रखा जा सकता वंचित–
जोशीमठ: भू-धंसाव से त्रस्त जोशीमठ के व्यापारी फिर सड़क पर उतरे हैं। वे हेलंग-मारवाड़ी बाईपास मार्ग के निर्माण का विरोध कर रहे हैं। व्यापारियाें ने गुरुवार को नगर में जुलूस प्रदर्शन किया। कहा कि बाईपास मार्ग का निर्माण नहीं रोका तो आंदोलन को और भी तेज कर लिया जाएगा।
सुबह करीब दस बजे सभी व्यापारी एकत्रित हुए और जुलूस की शक्ल में तहसील में पहुंच गए। उन्होंने यहां एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। व्यापाारियों ने कहा कि हेलंग बाईपास मार्ग का निर्माण पांच जून को स्थानीय लोगों ने इसलिए रुकवा दिया था कि जोशीमठ भू-धंसाव के लिए इसको भी बड़ा कारण माना जा रहा है।
तत्काल प्रशासन ने बाईपास मार्ग का निर्माण रुकवा दिया था, लेकिन अब फिर से मार्ग निर्माण शुरू हो गया है। यदि मार्ग निर्माण काम नहीं रोका गया तो वे बड़ा आंदोलन शुरू कर देंगे। आंदोलन से बदरीनाथ और हेमकुंड की यात्रा प्रभावित होगी तो इसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
व्यापार मंडल अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी, महामंत्री जयप्रकाश भट्ट, कोषाध्या कन्हैया शाह, संरक्षक माधव प्रसाद सेमवाल, रमेश डिमरी, मनोज जैन, प्रदीप पंवार, संतोष बिष्ट, महावीर बिष्ट, सुभाष डिमरी, मोहम्मद सलीम, हाजी नसीम, सौरभ राणा आदि शामिल रहे। बाईपास मार्ग के निर्माण का विरोध शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने भी किया है। उन्होंने कहा कि हेलंग-मारवाड़ी बाईपास धार्मिक भावनाओं और आम जनभावनाओं के विपरीत है। श्रद्धालुओं को नृसिंह मंदिर के दर्शनों से वंचित नहीं रखा जा सकता है।