भाकपा कार्यकर्ताओं ने भेजा राज्यपाल को ज्ञापन, कहा- आपदा के लिए चारधाम सड़क व रेलवे परियोजना है जिम्मेदार–
गोपेश्वर: राज्य में आपदा से हुई भारी तबाही और अतिक्रमण के नाम पर गरीब जनता को उनके हक-हकूक से बेदखल करने के विरोध में मंगलवार को भाकपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है। धरना स्थल पर हुई सभा में वामपंथी कार्यकर्ताओं ने कहा कि मानसून की बारिश से लगभग पूरा ही उत्तराखंड राज्य प्रभावित हुआ है।
पहाड़ी क्षेत्रों में जन हानि के साथ ही कृषि भूमि व पशुधन का भी नुकसान हुआ है। उन्होंने आपदा के लिए चारधाम सड़क और रेलवे परियोजना को जिम्मेदार ठहराया है। मांग उठाई कि आपदा प्रभावितों की भूमि क्षति का सही आंकलन कर मुआवजा दिया जाए, आपदा प्रभावित गांवों का पुनर्वास व विस्थापन शीघ्र किया जाए, राज्य की पुनर्वास नीति में बदलाव कर उसे व्यापक जनपक्षीय व व्यावहारिक बनाया जाए,
आपदा प्रभावितों को मिलने वाली अहेतुक व मुआवजा राशि में बढोत्तरी की जाए, राज्य के विकास के मॉडल को वैज्ञानिक व पर्यावरणीय मानकों को ध्यान में रखकर खड़ा किया जाए तथा कई पीढि़यों से वन भूमि में बसे लाेगों को बेदखल न किया जाए व उनका नियमितिकरण कर उन्हें भूमि का पट्टा जारी किया जाए। कहा गया कि राज्य में डेंगू बीमारी भी आपदा का रुप धारण कर रहा है, लिहाजा डेंगू की रोकथाम और उन्मूलन के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता ज्ञानेंद्र खंतवाल, मदन मिश्रा, विनोद जोशी, नरेंद्र रावत, कॉमरेड बस्ती लाल, बद्री प्रसाद, पुरुषोत्तम सती, राजेंद्र सिंह बिष्ट, हरीश लाल, गेणू लाल, बलवंत सिंह, लता मिश्रा, नंदन सिंह नेगी, गजे सिंह बिष्ट, रघुवीर लाल, रामलाल, पूरण सिंह, मीना बिष्ट, गीता बिष्ट आदि शामिल रहे।