आस्था: विश्व के सबसे ऊंचाई पर ​स्थित तुंगनाथ मंदिर की छतरी के जीर्णोंद्धार का काम हुआ शुरू–

by | Sep 18, 2023 | आस्था, चमोली, संस्कृति | 0 comments

पंच केदारों मं तृतीय केदार है तुंगनाथ मंदिर, यहां भगवान ​शिव की भुजाओं और ह्दय भाग की होती है पूजा–

चमोली: पंच केदारों में तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर की जीर्णशीर्ण छतरी को बदलने का काम शुरू हो गया है। 13000 फीट की ऊंचाई पर ​स्थित तुंगनाथ मंदिर में देश-विदेश के तीर्थयात्रियों की गहरी आस्था है। हजारों की संख्या में स्थानीय भक्तगण भी अपने आराध्य देवता तुंगनाथ भगवान के दर्शनों को पहुंचते हैं।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) द्वारा विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित तुंगनाथ मंदिर की जीर्ण-शीर्ण छतरी के जीर्णोद्धार का कार्य विधि-विधान, पूजा-अर्चना के पश्चात रविवार 17 सितंबर से शुरू कर दिया है।

बता दें कि तुंगनाथ मंदिर में भगवान शिव के बाहु तथा ह्रदय भाग की पूजा होती है और यहां बड़ी संख्या में तीर्थयात्री पहुंचते हैं। श्री तुंगनाथ घाटी स्थित चोपता तथा दुग्गलबिट्टा को उत्तराखंड का मिनी स्वीटजरलैंड भी कहा जाता है, इन्हीं पड़ावों से होकर तीर्थयात्री भगवान तुंगनाथ जी के दर्शन को पहुंचते हैं।

श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि श्री तुंगनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य पर भी विचार हो रहा है। बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि स्थानीय जनता की वर्षों पहले की मांगपर श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष का पदभार संभालते ही अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मंदिर जीर्णोद्धार की पहल की है। तुंगनाथ मंदिर की छतरी बदलने के बाद मंदिर की शोभा और भी बढ़ जाएगी।

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