विभिन्न विभागों ने लगाए स्टॉल, नीती से लेकर द्रोणागिरी गांव के ग्रामीणों ने किया प्रतिभाग–
जोशीमठ: चीन सीमा क्षेत्र में स्थित नीती घाटी के गमशाली गांव में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न विभागों की ओर से स्टॉल भी लगाए गए। जिसमें नीती, बांपा, कैलाशपुर, मेहरगांव, मलारी, कोषा, जेलम और द्रोणागिरी गांव के ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया। प्राधिकरण की सचिव सिमरन जीत कौर ने जनजाति समूह के लोगों को उनके अधिकारों के बारे में जागरुक किया।
उन्होंने महिलाओं को महिला संबंधी कानून, महिला एवं संविधान, परिवार लॉ, श्रम अधिनियम, पीएनडीटी अधिनियम के बारे में जानकारी दी। इस दौरान समाज कल्याण विभाग की ओर से वृद्धावस्था, दिव्यांग, विधवा पेंशन के आवेदन पत्र भी वितरित किए गए। समाज कल्याण विभाग ने ग्रामीणों को टोेपी और टीशर्ट भी वितरित की। भोटिया जनजाति के ग्रामीणों ने शिविर में भोटिया पड़ावों में मालिकाना हक देने की पुरजोर मांग उठाई।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता ज्ञानेंद्र खंतवाल, जनजाति संगठन के जिला सचिव व पूर्व प्रधान धीरेंद्र गरोड़िया, बार संघ के अध्यक्ष भरत सिंह रावत आदि मौजूद रहे। संचालन पैरा लीगल समन्वयक उमा शंकर बिष्ट ने किया। भोटिया जनजाति के ग्रामीणों ने शिविर में बढ़चढ़ कर प्रतिभाग किया। ग्रामीणों का कहना है कि समय समय पर सीमांत क्षेत्रों में ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाना जरुरी है। इससे लोगों को अपने अधिकारों की जानकारी मिल सकेगी।