बोले यात्रा पर टिकी है कई गरीब परिवारों की रोजी रोटी, मुख्यमंत्री और पशुपालन मंत्री को भेजा गया ज्ञापन–
गोपेश्वर (चमोली): केदारनाथ यात्रा से वर्षभर की रोजीरोटी का प्रबंध करने वाले चमोली जनपद के घोड़ा-खच्चर संचालकों ने शासन-प्रशासन से उन्हें लाइसेंस देने में प्राथमिकता देने की मांग उठाई है। कहा गया कि वर्ष 2023 में भी घोड़ा-खच्चर संचालकों ने सोनप्रयाग में काफी जद्दोजहद करने के बाद लाइसेंस प्राप्त किया था, तब भी कई लोगों को मायूसी हाथ लगी थी।
घोड़ा खच्चर संचालकों और जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री और पशुपालन मंत्री को ज्ञापन भेजकर रुद्रप्रयाग व चमोली जनपद के घोड़ा-खच्चर संचालकों को लाइसेंस देने में प्राथमिकता देने की मांग उठाई है। कहा गया कि नेपाली मूल के मजदूरों के घोड़े-खच्चरों का लाइसेंस तत्काल बन जाता है, लेकिन यात्रा से जुड़े लोगों को लाइन में खड़ा रहना पड़ता है।
जिला पंचायत सदस्य दीपा राणा, ईराणी गांव के ग्राम प्रधान मोहन नेगी, प्रधान पुष्कर सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता भरत सिंह राणा और दिनेश ने कहा कि बिजनौर और नेपाली मूल के लोगों के लाइसेंस तो झटपट बना दिए जा रहे हैं, लेकिन स्थानीय जनपदों के लोग देखते रह जा रहे हैं। इस बार ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। मांग की गई कि समय रहते घोड़ा-खच्चर संचालकों के लाइसेंस बना दिए जाएं।