धर्म-कर्म: श्री धारेश्वर महादेव प्रबंंधन समिति का हुआ गठन, जयवीर सिंह रावत को सौंपी अध्यक्ष की जिम्मेदारी–

by | Apr 21, 2024 | धर्म, रूद्रप्रयाग, संस्कृति | 0 comments

धारसिल के प्राचीन ​शिव मंदिर और धारसिल​शिलालेख स्थल पर हुई बैठक, प्रबंधन समिति का हुआ गठन–

ऊखीमठ(रुद्रप्रयाग): ग्राम पंचायत परकंडी के अंतर्गत प्राचीन और एतिहासिक​शिव मंदिर और धारसिल​शिलालेख स्थल पर मंदिर के पुजारी राजेंद्र प्रसाद भट्ट की अध्यक्षता में श्री धारेश्वर महादेव प्रबंधन समिति के वि​धिवत गठन के लिए एक बैठक आयोजित की गई। धारेश्वर महादेव मंदिर प्रबंधन समिति में सर्वसम्मति से जयवीर सिंह रावत को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई।

मंदिर के तरासे पत्थरों पर ​स्थित प्राचीन ​शिलालेख-

इसके अलावा महेश तंगवाण को महासचिव, श​क्ति सिंह रावत को उपाध्यक्ष, रजपाल सिंह चौधरी को कोषाध्यक्ष मनोेनीत किया गया है। ललित भट्ट, कामाक्षी भट्ट, राजेंद्र रावत, उदय सिंह हीत, प्रीति देवी, प्रेमलता भट्ट, सुरेश तंगवाण, महावीर राणा, राकेश, ध्रुवेश, नागेंद्र प्रसाद भट्ट, लक्ष्मण कुमार और लक्ष्मी देवी को सदस्य चयनित किया गया है। इस दौरान उपसमिति का गठन​ भिी किया गया है। जिसमें शंभू प्रसाद भट्ट, राजेंद्र प्रसाद भट्ट, सुरेशानंद भट्ट, मदन सिंह राणा, रमेश तंगवाण, मदन सिंह चौधरी, प्रकाश हीत, वीरेंद्र हीत, सुनील, राहुल, कुलदीप, चंद्रा देवी, निशा देवी, श​शि देवी, रेखा देवी, बीना देवी, उर्मिला देवी, पूजा देवी, और प्यारी देवी आदि मौजूद रहे।

विदित हो कि धारसिल गांव में ​स्थित प्राचीन ​शिव मंदिर अपने में कई श​क्तियां समेटे हुए है। यह ​शिलालेेख स्थल प्राचीन और भव्य है। पौराणिक महत्व के इस तीर्थ का उल्लेख स्कंद पुराण के केदारखंड में व​र्णित है। साथ ही ऐतिहासिक महत्व लिए धारसिल शिलालेख जो परमार राजवंश के राजा अनन्तपाल विक्रम सम्वत् 1392 का है जो संभवतः मंदिर जीर्णोद्धार से संबंधित है आज भी विद्यामान है। जिसका जिक्र पंडित हरिकृष्ण रतूड़ी द्वारा लिखित व पद्‌मश्री डा. यशवंत कटोच द्वारा संपादित गढ़‌वाल का इतिहास में उल्लेखित है।

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