चमोली। घिंघराण क्षेत्र के कुजौं-मैकोट गांव में चमोली के स्वास्थ्य विभाग ने एएनएम सेंटर बनाया। यह सेंटर खेतों के बीच में बना हुआ है, लेकिन इस केंद्र तक जाने के लिए रास्ता ही नहीं है। गर्भवती महिलाएं, बच्चे और अस्वस्थ्य ग्रामीण खेतों के बीच से होते हुए केंद्र तक पहुंच रहे हैं। धान के खेतों के बीच ग्रामीण कई बार चोटिल भी हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग से कई बार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि रास्ता निर्माण की मांग भी कर चुके हैं, लेकिन इस तरफ ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। क्षेत्र के डुंगरी, कुजौं, मैकोट, कौंज, पोथनी गांव के मध्य में एएनएम सेंटर की स्थापना की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि खेतों के किनारे से पुराना पुश्तैनी रास्ता तो था, लेकिन अब वहां झाड़ियां उग आई हैं। यहां रास्ता ही नहीं बचा है। स्वास्थ्य विभाग से ग्रामीणों ने शीघ्र केंद्र तक जाने के लिए रास्ते की मांग की है। एएनएम सेंटर में तैनात एएनएम ने भी जिले के सीएमओ से रास्ता निर्माण करवाने की मांग की है। लेकिन इस ओर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों में आक्रोश है कि स्वास्थ्य विभाग इस गंभीर समस्या को क्यों अनदेखा कर रहा है। यह समझ से परे है। ग्रामीणों ने दोबारा स्वास्थ्य विभाग के सम्मुख रास्ता निर्माण की मांग रखने का निर्णय लिया है।