डॉग स्क्वाड भी की ली जा रही मदद, ट्रॉली लगाकर 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला–
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ आपदा में राहत, बचाव कार्य अब सेना संभालेगी। ध्वस्त पड़े रास्तों और पैदल पुल को ठीक करने का काम भी सोनप्रयाग से लेकर लिंनचोली तक शुरू हो गया है। केदारनाथ धाम जा रहे और लौट रहे तीर्थयात्रियों के जंगल के रास्ते भटक जाने और मलबे में दबे होने की आशंका को देखते हुए डॉग स्क्वाड की मदद भी ली जा रही है।
सेना ने गौरीकुंड-सोनप्रयाग हाईवे पर घायल, बुजुर्ग और दिव्यांगों को निकालने के लिए ट्रॉली भी लगा ली है। इससे अभी तक 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि केदारनाथ धाम और यात्रा मार्ग पर सभी लोग सुरक्षित हैं।
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने उम्मीद जताई है कि सोमवार तक रेस्क्यू पूरा हो जाएगा। 6 ग्रेनेडियर यूनिट के सीओ कर्नल हितेश हितेश वशिष्ठ के नेतृत्व में सेना की टुकड़ीसोनप्रयाग और गौरीकुंड पहुंच गई है। गौरीकुंड से केदारनाथ तक जगह-जगह क्षतिग्रस्त पैदल रास्ते को ठीक करने का काम भी शुरू हो गया है।