परेशानी: केदारनाथ क्षेत्र को सड़क से जोड़ने वाला कुंड मोटर पुल पर मंडराने लगा खतरा–

by | Aug 11, 2024 | चमोली | 0 comments

भारी वाहनों की आवाजाही रोकी, पुल के एप्रोच रोड पर भी आई दरारें, 1965 में हुआ था इस पुल का निर्माण–

ऊखीमठ(रुद्रप्रयाग): तुंगनाथ घाटी में बीती रात को हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यहां जगह-जगह भूधंसाव और भू-कटाव होने से लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। तुंगनाथ घाटी के उसाड़ा गांव में आकाशकामिनी नदी के कटाव से व्यापक भूकटाव हुआ है। गांव में खेती से लेकर रास्तों और कुंड-गोपेश्वर हाईवे पर भी दरारें पड़ गई हैं। मंदाकिनी के उफान पर आने से यहां पुल भी खतरे में है। यदि नदी का पानी बढ़ता है तो यह पुल भी खतरे में पड़ जाएगा।

कुंड मोटर पुल पर मंडरा रहा खतरा-

बता दें कि कुंड में ​स्थित मोटर पुल गुप्तकाशी से आगे केदारनाथ तक की आबादी को यातायात से जोड़ता है। लेकिन लगातार नदी के कटाव से इस पुल पर खतरा मंडराने लगा है। वर्ष 1962 में चीन युद्ध के बाद सामरिक सुरक्षा की दृ​ष्टि से ऋ​षिकेश-बदरीनाथ सड़क मार्ग का निर्माण किया गया था, इसी के साथ रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड सड़क का निर्माण भी किया गया था,

भूधंसाव की चपेट में कुंड-ऊखीमठ-गोपेश्वर हाईवे-

वर्ष 1965 में सड़क को केदारनाथ से जोड़ने के लिए कुंड में मंदाकिनी नदी पर पुल निर्माण किया गया था। तब से एकमात्र यह पुल केदारनाथ क्षेत्र के लिए यातायात का मुख्य साधन है। वर्ष 2013 की आपदा में मंदाकिनी में बाढ़ जैसे हालात सामने आने से इस पुल के आधार कमजोर पड़ गए थे, साथ ही यहां बनें जल विद्युत परियाजना के बैराज से भी बार-बार पानी छोड़ा जाता है, जिससे पुल अब वाहनों का अ​धिक भार सहन नहीं कर पा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से एहतियात के तौर पर इस पुल से भारी वाहनों की आवाजाही भी रोक ली है। यहां सड़क पर भी गहरी दरारें पड़ गई हैं।

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