चमोली। चमोली जनपद के ढमढमा गांव की एक महिला को सांप के काटने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी जान को नहीं बचाया जा सका और बुधवार रात को उपचार के दौरान श्रीनगर में महिला की मौत हो गई। ढमढमा गांव के सुरेंद्र सिंह की 30 वर्षीय पत्नी रीना गांव के बीचों बीच स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए जा रही थी, अचानक रास्ते में सांप ने उसके पांव में डंक मार दिया। तत्काल परिजन उसे अस्पताल ले गए। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। वन विभाग ने बताया कि सांप के काटने पर पीड़ित परिवार को चार लाख रूपये मुआवजा देने का प्रावधान है।
सांप के काटने पर क्या करें——– किसी व्यक्ति को सांप काटने पर सबसे पहले उसे सीधा लेटा दें, और बिना विलंब किए जल्द से जल्द अस्पताल ले जाने का प्रयास करें। सांप को अच्छी तरह देखने और पहचानने की कोशिश करें। ताकि सांप का हुलिया बताने से चिकित्सक को इलाज करने में आसानी हो। मरीज को शांत रखने की कोशिश करें। मरीज जितना उत्तेजित रहेगा उसका रक्तचाप भी उसी गति से बढ़ेगा। पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर से सारी चीजें जैसे घड़ी, कड़ा, कंगन, अंगूठी, पायल, चेन व जूते चप्पल आदि सभी चीजें उतार लें। व्यक्ति को बेहोश नहीं होने दें। अगर वह बेहोशी की हालत में हो भी तो उसकी सांसों पर ध्यान रखें और गर्माहट प्रदान करने का पूरा प्रयास करें। पीड़ित को सीधा ही लेटाकर रखें, अन्यथा शरीर में हलचल होने से जहर फैल सकता है। यदि हाथ में सांप ने काटा है तो उसे नीचे की ओर लटकाकर रखें ताकि जहर दिल तक पहुंचने में वक्त लग सके। यदि पैर में काटा है तो पलंग पर इस तरह लिटा दें ताकि मरीज के पैर नीचे लटके रहें। सर्पदंश के स्थान को पोटेशियम परमेगनेट या लाल दवा के पानी अथवा साबुन से धोना चाहिए। सर्पदंश के स्थान से दो इंच उपर कपड़े की पट्टी अथवा रस्सी कसकर बांध दें। पट्टी लगभग एक इंच चौड़ी होना चाहिए, साथ ही दंश के 20 मिनट के अंदर बांधी जानी चाहिए।