पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन की ओर से आयोजित की गई रैली, सैकड़ोंशिक्षक कर्मचारी जुटे, दिखाई ताकत–
गोपेश्वर: पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर शिक्षक कर्मचारी मुखर हो गए हैं। कर्मचारियों व शिक्षकों ने बृहस्पतिवार को गोपेश्वर नगर से लेकर कलेक्ट्रेट तक रैली निकालकर अपनी ताकत दिखाई। उन्होंने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग की है कि यूनिफाइड पेंशन योजना में भी कई खामियां हैं। इसलिए पुरानी पेंशन को लागू किया जाए।
बृहस्पवितार को विभिन्न विभागों के कर्मचारियों व शिक्षकों ने मंदिर मार्ग से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली। इसके बाद उन्होंने डीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा। उन्होंने कहा कि एक अप्रैल से केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन लागू हो जाएगी। केंद्र ने सभी राज्यों को भी इसे अंगीकार करने की सलाह दी है। लेकिन इसमें कई त्रूटियां हैं, जिसमें 10 प्रतिशत अंशदान की राशि वापस नहीं मिलेगी जबकि पुरानी पेंशन में वापस मिलता है।
यूपीएस में 25 साल की सेवा के बाद पूरी पेंशन मिलेगी, जबकि पुरानी पेंशन के लिए 20 साल का प्रावधान था, उत्तराखंड में सरकारी नौकरी के लिए अधितम आयु 42 साल है, ऐसे में ज्यादातर कर्मचारी 18 से 24 साल तक ही नौकरी कर पाते हैं, ऐसे में वे इस पेंशन के दायरे से बाहर हो जाएंगे। यूपीएस सरकार संचालित करेगी या कोई ऐजेंसी यह स्पष्ट नहीं है। एक राज्य में एनपीएस, यूपीएस व ओपीएस लागू होगी, जिससे असमानता बढ़ेगी।
इस अवसर पर जिला मंत्री प्रकाश सिंह चौहान, कमल किशोर डिमरी, महावीर जग्गी, नरेंद्र सिंह रावत, कमलेश कुंवर, प्रकाश नेगी, दिगंबर नेगी व मुकेश नेगी के साथ ही कई कर्मचारी मौजूद रहे।