बदरीनाथ धाम में मौसम बना सुहावना, अंतिम चरण में भी तीर्थयात्रियों का उमड़ रहा सैलाब–
बदरीनाथ, 06 नवंबर 2024: बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों का सैलाब उमड़ रहा है, जबकि अब मात्र 10 दिनों की तीर्थयात्रा शेष बच गई है। आगामी 17 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। 13 नवंबर से धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि पंच पूजाओं के तहत 13 नवंबर पहले दिन गणेश पूजा और उसी दिन शाम को गणेश मंदिर के कपाट बंद होंगे। अगले दिन आदि केदारेश्वर व शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद होंगे। 15 नवंबर को खड़क पुस्तक पूजा और वेद ऋचाओं का वाचन बंद होगा। चौथे दिन 16 नवंबर को मां लक्ष्मी को कढ़ाई भोग चढ़ाया जाएगा। 17 नवंबर रात नौ बजकर 07 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद कि जाएंगे। पंच पूजाएं रावल अमरनाथ नंबूदरी व धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविंद्र भट्ट संपन्न करेंगे।
18 को कुबेर जी, उद्धव जी, आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी पांडुकेश्वर के लिए प्रस्थान करेगी। शीतकाल में कुबेर जी व उद्धव जी पांडुकेश्वर में प्रवास करेंगे। जबकि शंकराचार्य की गद्दी 19 नवंबर को नृसिंह मंदिर ज्योतिर्मठ के लिए प्रस्थान करेगी। जिसके बाद पांडुकेश्वर व ज्योतिर्मठ में शीतकालीन पूजाएं संपन्न होंगी।