फिर सवालों के घेरे में आया सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, वन विभाग ने पोस्टमार्टम के बाद दोनों भालू जलाए–
गोपेश्वर, 27 नवंबर 2024: वैतरणी क्षेत्र में बीती रात करंट हादसे में एक मादा भालू और उसके बच्चे की मौत हो गई। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के बाद दोनों मृत भालूओं को जला दिया है।
नमामि गंगे के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में लगे ट्रांसफार्मर के करंट से भालूओं की मौत हुई है। अब सवाल यह उठ रहा है कि बीते साल एसटीपी पर करंट फैलने से 16 लोगों की मौत हो गई थी, बावजूद इसके वैतरणी में एसटीपी प्लांट पर सुरक्षा के अभी तक क्यों इंतजाम नहीं किए गए हैं।
यहां ट्रांसफार्मर के इर्दगिर्दबैरिकेटिंग तो की गई है, लेकिन इसकी ऊंचाई इतनी है कि कोई भी व्यक्ति इसको लांघकर ट्रांसफार्मर तक पहुंच सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार,
बुधवार को नमामि गंगे के कर्मचारियों ने वन प्रभाग के अधिकारियों को ट्रांसफार्मर में दो भालूओं के करंट लगने से मौत होने की सूचना दी। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ तरुण एस और एसडीओ जुगल किशोर चौहान अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। पशु चिकित्सकों की टीम ने भालूओं का पोस्टमार्टम किया।
एसडीओ जुगल किशोर चौहान ने कहा कि मादा भालू करीब 6 साल की है, जबकि उसका बच्चा 11 माह का है। उन्होंने बताया कि यह घटना बीती रात को हुई। बच्चा आगे से पड़ा मिला। जिससे प्रतीत होता है कि पहले बच्चा ट्रांसफार्मर के करंट से झुलस गया, जिसके बाद उसकी मां उसे बचाने वहां पहुंची तो वह भी करंट की चपेट में आ गई, जिससे दोनों ने दम तोड़ दिया।