चमोली: अतिवृष्टि से नंदप्रयाग में बरसाती गदेरे ने मचाया कहर, आठ दुकानों में घुसा गदेरे का मलबा–

by | Apr 11, 2025 | आपदा, चमोली | 0 comments

नंदप्रयाग बाजार में फैला धारकोट और ग्वाईं गांव के बीचोंबीच बहने वाले गदेरे का मलबा, बारिश थमने पर कम हुआ नदी का जलस्तर–

गोपेश्वर, 11 अप्रैल 2025: अप्रैल माह में हो रही बारिश और कड़कड़ाती बिजली लोगों के होश उड़ा रही है। बृहस्पतिवार को चमोली जनपद के नंदप्रयाग क्षेत्र के शीर्ष भाग में बरसाती गदेरे में बादल फटने से नंदप्रयाग बाजार में मलबा घुस गया। जीआईसीनंदप्रयाग के समीप और बस अड्डे वाले गदेरे में बाढ़ जैसी ​स्थिति आ गई। जिससे लोगें में दहशत रही। नंदप्रयाग बाजार में आठ दुकानों में मलबा घुस गया।

बता दें कि अपराह्न साढ़े चार बजे भारी बारिश हो रही थी। इसी समय ओलावृ​ष्टि भी हुई। धारकोट और ग्वाईं गांव के बीचोंबीच बहने वाला गदेरा उफान पर आ गया। बदरीनाथ हाईवे पर पहुंचते ही गदेरानंदप्रयाग बाजार की ओर पलट गया। हाईवे पर पिछले लंबे समय से आधी-अधूरी पड़ी नाली से होते हुए मलबा नंदप्रयाग बाजार की दुकानों तक जा पहुंचा।

जिससे मोहित, सूरज और सतीश कंडेरी की दुकानों में मलबा घुस गया। बाजार में खड़े वाहन भी मलबे से भर गए थे, जिन्हें बाद में हटा लिया गया। जीआईसीनंदप्रयाग के समीप वाले गदेरे में भी पानी बढ़ने से अलकनंदा का जलस्तर भी बढ़ गया है। शाम पांच बजे बारिश थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। बारिश बंद होने पर नदी का जलस्तर भी धीरे-धीरे कम होने लगा है। इधर,

नंदानगर में भेंटी-लांखी मोटर मार्ग पर मलबा आने से वाहनों की आवाजाही रुक गई है। पोखरी क्षेत्र में करीब पंद्रह मिनट तक ओलावृष्टि हुई, जिससे गेहूं की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। थाला गांव के ओम प्रकाश थपलियाल ने बताया कि गेहूं के साथ ही सब्जी की फसल भी पूरी तरह से चौपट हो गई है।

वहीं, नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण सड़क पर एक पेड़ टूटकर गिर गया। जिससे यहां करीब दो घंटे तक वाहनों की आवाजाही रुकी रही। सड़क पर पेड़ गिरने की सूचना पर फायर सर्विस गोपेश्वर की टीम मौके पर पहुंची। फायर के जवानों ने कटर मशीन की मदद से पेड़ को काटकर यातायात सुचारु करवाया।

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