चार साल की बच्ची की निर्मम हत्या के मामले में आरोपी सूरज पुलिस की गिरफ्त में आया–

by | May 23, 2025 | कार्रवाई, हत्या, हरिद्वार | 0 comments

पुलिस ने हरिद्वार से सहानरपुर तक 700 सीसीटीवी कैमरे खंगाले, खुलासे में लगी टीम को 30 हजार रुपये का मिला इनाम, पढ़ें क्या था पूरा मामला–

हरिद्वार, 23 मई 2025: हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्रडोबाल ने कहा कि प्रकरण में आरोपी की तलाश एक अंधेरे से भरा रास्ता था, टास्क में लगी टीम ने वाकई काबिलेतारीफ काम किया है। खुलासे में लगी टीम को विरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने 5000 रुपये तथा आईजी रेंज गढ़वाल द्वारा 25000 रुपये के इनाम की घोषणा की गई है।

——

ये था पूरा मामला

15 मई ककी शाम रोड़ीबेलवाला क्षेत्र में झुग्गी झोपड़ी में रह रहे एक व्य​क्ति ने पुलिस चौकी रोड़ीबेलवाला पर आकर सूचना दी कि उसकी चार साल की बेटी को सूरज नाम का एक व्यक्ति लेकर कहीं चला गया है। यह भी बताया कि पिछले 4-5 महीने से उन्ही की झोपड़ी में रह रहा तथा कबाड़ बिनने का काम कर रहा आरोपी सूरज नशे का आदी है और अक्सर सहारनपुर जाता रहता है। 13 मई को जब पति पत्नि घर लौटे और बच्ची को नही पाया तो उन्होंने अनुमान लगाया कि सूरज बच्ची को लेकर सहारनपुर चला गया है। इसीलिए दंपत्ति बच्ची की तलाश में सहारनपुर गई थी लेकिन काफी तलाश के बाद भी बेटी या उक्त व्यक्ति का कुछ पता नही चल पा रहा है।

दी गई शिकायत पर कोतवाली नगर हरिद्वार की पुलिस टीम बच्ची की तलाश के प्रयास कर ही रही थी कि 16 मई की सुबह रेलवे ट्रैक की सुरंग में बच्ची का शव बरामद हो गया। मामले में तत्काल शव के पोस्टमार्टम की कार्यवाही आगे बढ़ाते हुए उच्चाधिकारियों को उपलब्ध जानकारी साझा की गई। फॉरेंसिक टीम ने मौके से समस्त साक्ष्य एकत्रित किए। मुकदमें में हत्या की धारा बढ़ा दी गयी।

खुद पहुंचे कप्तान, टीमें की गठित-

बच्ची का शव मिलने की जानकारी मिलते ही एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल घटनास्थल का निरीक्षण करने मातहत पुलिस ऑफिसर्स के साथ रेलवे ट्रैक पर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए अबोध बच्ची से जुड़ा मामला होने के कारण पूरी गंभीरता के साथ आरोपी की तलाश के लिए सीटी हरिद्वार कोतवाल सहित आसपास के थानों एवं सीआईयू की अलग-अलग पुलिस टीमें गठित कर स्वयं उन्हे ब्रीफ किया तथा एसपी क्राइम जितेन्द्र मेहरा को मामले की मॉनिटरिंग करते हुए हर प्रगति की जानकारी साझा करने के निर्देश दिए गए।

—————

अंधेरे में सुई खोजने जैसा मुश्किल था टॉस्क-

प्रकरण में वांछित चल रहे सूरज नाम के व्यक्ति की तलाश पुलिस के लिए टेढ़ी खीर होने के कई कारण थे। पहली बात ये कि आरोपी के घर के बारे में किसी को कोई भी स्पष्ट जानकारी नही थी, दूसरी बात ये कि आरोपी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नही करता था, तीसरी बात ये कि आरोपी का किसी परिवार या व्यक्ति से करीबी ताल्लुकात नही थे और चौथा ये कि घुमक्कड़ीस्वाभाव के अनुसार आरोपी कई किलोमीटर तक पैदल ही निकल जाता था।

—————–

चुनौती पूरी करने के लिए पुलिस की दिन-रात कसरत-

मुश्किलें भी तमाम थी और जनता भी कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के सक्षम नेतृत्व एवं कार्यकुशलता की वजह से हरिद्वार पुलिस की ओर आस भरी नजरों से देख रही थी। आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस टीमों ने आस-पास स्थित झुग्गी झोपडियो सहित हर की पैडी, सर्वानन्द घाट, विष्णु समस्त घाट आदि लालजीवाला, मोतीचूर, रायवाला ऋषिकेश में रह रहे लोगों से पूछताछ से की। आरोपी के सहारनपुर भागने की संभावना के मद्देनजर टीम ने हरिद्वार से सहारनपुर तक के बीच में करीब 600-700 सीसीटीवी कैमरों की फूटेज चैक की। हरिद्वार पुलिस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम के जरीए आरोपी की तस्वीर साझा कर आमजन से भी सहयोग मांगा।

—————

रंग लायी मेहनत-

बिना थके कई दिनों तक दिन-रात चली इस मेराथन कसरत के दम पर हरिद्वार पुलिस ने आखिरकार आरोपी सूरज को बसेडी रोड लक्सर स्थित कबाडी बस्ती से शमशान घाट की ओर जाने वाली सडक के पास बने खण्डर से दबोचने में कामयाबी हासिल की।

————–

पूछताछ में तस्वीर हुई साफ-

पकड़ में आए सूरज उर्फ सूरजभान से की गई पूछताछ में वारदात और वारदात की वजह साफ हुई। आरोपी ने बताया कि वह ग्राम नगलाढाव थाना सुन्नगढ़ी जिला कासगंज उप्र का स्थायी निवासी है तथा वर्तमान में गड्डा पार्किंग झुग्गी झोंपडीरोडीबेलवाला में रह रहा था। वर्ष 2021 में हरिद्वार आने के बाद कुछ समय पहले ही उसकी कबाड़बिनते हुए उसकी बमबम दास व उसकी पत्नी रेखा से पहले मुलाकात और फिर दोस्ती हो गयी। आरोपी अक्सर कबाड़ बेचकर हुई कमाई से राशन व पैसे देता था जिस वजह से उसकी मृतका की मां के साथ नजदीकियां बढ गयी।

अक्सर आरोपी सूरज की दी हुई गांजे की पुड़िया व सलोचन पीकर नशे में धुत रहने वाले बमबम दास ने एक दिन दोनो को शारीरिक सम्बन्ध बनाते हुये देख लिया और सूरज के साथ मारपीट, गाली गलौच कर झोपडी से बाहर निकाल दिया।

इस बेइज्जती का बदला लेने के लिए प्लान तैयार कर आरोपी पहले पति-पत्नी को राशन खरीदने के बहाने झोपड़ी से दूर लेकर गया और फिर मौका पाकर अपने पिता की लाड़ली 04 वर्षीय बच्ची को अपने साथ ले गया। भूरे की खोल से होते हुए ऊपर से होते हुए जब दोनों रेलवे सुंरग के अन्दर पहुंचे तो आरोपी बच्ची को किनारे बने खोपचे में ले गया और उसका मुंह अपने हाथ से ढककर गले में बंधे धागे को खींचकर बच्ची को जान से मार दिया। कुछ देर इंतजार करने के बाद जब आरोपी को यकीन हो गया कि बच्ची की मौत हो चुकी है तो वह अपनी नकली बीग वहीं आस-पास फेंक कूड़े का कट्टा लेकर सुरंग से बाहर निकल गया।

पुलिस टीम-

1-प्रभारी निरीक्षक हरिद्वार रितेश शाह

निरीक्षक नरेंद्र सिंह प्रभारी ciu

2-व0उ0नि0 विरेन्द्र चन्द रमोला

3-उ0नि0 सतेन्द्रभण्डारी

4-उ0नि0 अंशुल अग्रवाल

5-उ0नि0 चरण सिंह

6-उ0नि0 आशीष नेगी

7-उ0नि0 प्रदीप कुमार

8-अ0उ0नि0 दीपक ध्यानी

9-हे0का0 सतेन्द्र

10-हे0का0 सतीश नौटिया

11-हे0का0 संजीव राणा

12-कानि0 निर्मल

13-कानि0 सुनील चौहान

14-कानि0 रमेश चौहान

15-कानि0 अमित भट्ट

16-कानि0 सौरभ नौटियाल

17- हे0का0 प्रेम (कोतवाली ज्वालापुर)

18-कानि0 नवीन क्षेत्री (कोतवाली ज्वालापुर)

19-कानि0 दीप गौड (कोतवाली रानीपुर)

20-कानि0 अजय (कोतवाली रानीपुर)

21-कानि0 सतेन्द्र (कनखल)

22-कानि0 हरवीर (सीआईयू)

error: Content is protected !!