पंचायत चुनाव की पोलिंग पार्टियां हुई रवाना, रात तक पहुंचेंगी मतदान स्थल, आईटीबीपी की टीमें अलर्ट–
गोपेश्वर, 22 जुलाई: दो दिनों से बंद पड़ामलारी हाईवे मंगलवार को रात करीब साढ़े नौ बजे वाहनों की आवाजाही के लिए खुल गया है। जिसके बाद हाईवे के दोनों ओर फंसे वाहनों की आवाजाही शुरु हो गई है। नीती घाटी के गांवों के लिए निकली पोलिंग पार्टियां भी अब संबंधित पोलिंग बूथों के लिए रवाना हो गई हैं। हाईवे खुलने पर स्थानीय लोगों के साथ ही सेना और आईटीबीपी ने राहत की सांस ली है।
मलारी हाईवे भापकुंड के पास खतरनाक बना हुआ है। यहां सोमवार को पहाड़ी के एक हिस्से में भूस्खलन हो गया था, जिसके बाद भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर हाईवे पर आ गए थे। तब से सीमा सड़क संगठन की जेसीबी मशीनें हाईवे को खोलने में जुटी थी।
जोशीमठ के उपजिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ दो दिनों से यहां कैंप किए हुए थे। उन्हीं के दिशा निर्देशन में हाईवे को खोलने का काम चल रहा था। उन्होंने बताया कि हाईवे को वाहनों के आने-जाने के लिए खोल दिया गया है। सबसे पहले नीती घाटी के गांवों के लिए पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया। इसके बाद हाईवे के दोनों ओर से फंसे वाहनों को निकाला गया। बुधवार को मौसम सामान्य रहने पर यहां हाईवे को पूरी तरह से दुरुस्त कर लिया जाएगा।
इधर हाईवे के खुलने के बाद सेना और आईटीबीपी ने राहत की सांस ली है। दो दिनों से सेना के फंसे वाहनों को भी उनके गंतव्य की ओर भेजा गया। बता दें कि मलारी हाईवे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़क है। यह हाईवे चीन सीमा क्षेत्र को यातायात से जोड़ता है।