अगस्त्यमुनि। विश्व पर्यटन दिवस पर सोमवार को जहांं देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देने के साथ ही देश-विदेश के पर्यटकों को उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों के सैर-सपाटे के लिए न्योता दिया, वहीं, रूद्रप्रयाग जिले के पर्यटन स्थल चोपता, ऊखीमठ, दुग्गलभिट्टा जा रहे पर्यटकों को रूद्रप्रयाग जनपद पुलिस घंटों खड़े रहने की सजा दे रही है। सोमवार को अगस्त्यमुनि पुलिस थाने के पास पर्यटकों को करीब दो घंटे तक चिलचिलाती धूप में खड़े रखा गया। उनसे पहले पर्यटन स्थल में जाने का पास मांगा गया, नहीं दिखाने पर उन्हें आगे जाने नहीं दिया गया। रामपुर यूपी से चोपता घूमने के उद्देश्य से पहुंचे भूखे-प्यासे पर्यटकों को सिर्फ अगस्त्यमुनि पुलिस थाने से आगे इसलिए नहीं जाने दिया गया, कि उन्होंने चोपता में किसी होटल या रिसार्ट का नाम नहीं बताया। उन्हें करीब दो घंटे तक पुलिस थाने के पास ही रोके रखा गया। देश-विदेश से यहांं पहुंचने वाले घुम्मकड़ पर्यटक जहां रात पड़ जाए वहीं रात्रि विश्राम कर देते हैं। उन्हें उत्तराखंड की शांंत वादियों में घूमना सुकून देता है। मैदानी क्षेत्रों की आपाधापी और पहाड़ की शांति उन्हें लुभाती है। जिस कारण पर्यटक यहां सैर-सपाटे पर पहुंचते हैं। लेकिन अगस्त्यमुनि में पर्यटकों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। विश्व पर्यटन दिवस पर पर्यटकों की अगस्त्यमुनि में हुई परेड को वे कड़के अनुभव लेकर लौटेंगे। जबकि पर्यटकों की ओर से कोरोना गाइड लाइन के तहत पुलिस कर्मियों को कोरोना वैक्शिनेसन की दोनों डोज लेने का प्रमाण और आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट भी दिखा रहे हैं, बावजूद इसके उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। पुलिस का पक्ष जानने के लिए रूद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक को फोन किया गया लेकिन उनकी ओर से फोन रिसीव नहीं किया गया।