गल्ला विक्रेताओं ने कहा कोरोनाकाल का लाभांश तक अभी नहीं मिला, ई पोश मशीन की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग उठाई–
गोपेश्वर, 29 अगस्त 2025: सस्ता गल्ला विक्रेताओं का आक्रोश अब बाहर आने लगा है। कहीं गल्ला विक्रेता इस्तीफा दे रहे हैं तो कहीं आंदोलनरत हैं। चमोली जनपद के पोखरी ब्लॉक में सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने सम्मानजनक मानदेय देने, लाभांश का भुगतान करने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लगभग 40 सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र सस्ता गल्ला विक्रेता संघ के अध्यक्ष को सौंपा है। विक्रेताओं ने कहा कि उन्हें कोरोनाकाल के लाभांश का भुगतान भी नहीं हो पाया है। जिससे दुकान का संचालन करना अब संभव नहीं है।

पोखरी में आयोजित संघ की बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष रमेश चौधरी ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों की सस्ता गल्ला की दुकानों की राशन घोड़े खच्चरों में सप्लाई होती है। लेकिन गल्ला विक्रेताओं को लाभांश का भुगतान नहीं हो पा रहा है। गोदामों से बोरी में 5 से 7 किलोग्राम तक राशन कम प्राप्त होता है, लेकिन पूर्ति विभाग की ओर से दी गई ई पोश मशीन से राशन का शत प्रतिशत बायो मेट्रिक मंगवाया जा रहा है। जो कि संभव नहीं हो पा रह है।

सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने सम्मानजनक मानदेय देने और राशन को गोदाम से ही तोलकर देने की मांग उठाई। बैठक के अंत में गल्ला विक्रेता भक्ति दर्शन सिंह बुटोला, सतपाल रावत, नरेंद्र पुंडीर, मातवर सिंह बिष्ट, पुष्कर लाल, देवी प्रसाद थपलियाल, ओम प्रकाश नेगी, प्रदीप सिंह नेगी, रमेश नेगी, पुष्कर सिंह, दर्शन सिंह, देवेंद्र नेगी, कुलदीप, मधुसूदन सहित 40 डीलरों ने अपने त्यागपत्र संघ के अध्यक्ष को सौंपे। कहा गया कि दो तीन दिन में सहकारिता मंत्री गौचर पहुंच रहे हैं, उनके सामने भी अपना आक्रोश प्रकट किया जाएगा।