गोपेश्वर। तीन साल पूर्व जगह-जगह किए विकास कार्यों के भुगतान की मांग को लेकर जिला पंचायत के ठेकेदारों ने जिला पंचायत के कार्यालयों में तालाबंदी गई। उन्होंने शीघ्र भुगतान की मांग उठाई। कहा कि कई ठेकेदारों को रनिंग पेमेंट भी हो चुकी है, लेकिन फाइनल पेमेंट के लिए कई बार जिला पंचायत के चक्कर लगा चुके हैं। उन्होंने एएमए कार्यालय में प्रदर्शन भी किया।
शनिवार को पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत सुबह 11 बजे समस्त ठेकेदार जिला पंचायत में पहुंचे। उन्होंने एएमए से वार्ता की। वार्ता से वे संतुष्ट नहीं हुए। एएमए अरुण चंद्र ने कहा कि वे अभी जिले में नए आए हैं। यह मामाल तीन साल पुराना है। लिहाजा मामले को निदेशालय को भेज दिया गया है। ठेकेदार एएमए के आश्वासन से असंतुष्ट हो गए और उनके कार्यालय से बाहर आ गए तथा जिला पंचायत के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने कार्यालयों में ताले लगाने के बाद परिसर में धरना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी ने ठेकेदारों को शीघ्र भुगतान कर दिए जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मामला उनके सदन का नहीं है। यह तीन साल पुराना मामला है। ये विकास कार्य तब आवंटित किए गए, जब जिला निधि में धनराशि उपलब्ध नहीं थी, जिस कारण जिला पंचायत के मौजूदा बजट से इसका भुगतान बिना अनुमति के नहीं किया जा सकता है। इस संबंध में निदेशालय से पत्राचार किया गया है। यदि निदेशालय स्तर से किए गए कार्यों का भुगतान इसी बजट से करने के निर्देश प्राप्त हुए तो सदन के अनुमोदन के बाद ठेकेदारों को बकाया धनराशि का भुगतान कर दिया जाएगा। इस मौके पर त्रिलोक सिंह राणा, मनोजपाल सिंह, रणजीत सिंह भंडारी, रणजीत सिंह, हरिकृष्ण पांडे, दलवीर सिंह, प्रकाश नौटियाल, श्याम राम, यशपाल लाल, कलीराम, राजेश प्रसाद, चंद्र सिंह के अलावा कई लोग उपस्थित थे।