आक्रोशित तीर्थ पुरोहित 19 को केदारनाथ में मुख्यमंत्री धामी का करेंगे विरोध, सरकार को चेताया–

by | Jul 18, 2021 | चमोली, देवस्थानम बोर्ड | 0 comments

केदारनाथ। उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग पर अड़े तीर्थ पुरोहितों ने 19 को मुख्यमंत्री के केदारनाथ यात्रा का पुरजोर विरोध किया है। आक्रोशित तीर्थ पुरोहितों ने इस संबंध में एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेज दिया है। 
तीर्थ पुरोहित समाज, श्री केदार सभा, श्री केदारनाथ ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा चारों धामों और 51 अन्य मठ मंदिरों के तीर्थ पुरोहितों, हक हकूक धारियों और संबंधित लोगों को बिना विश्वास में लिए चार धाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम (2019) लागू कर दिया गया है, जिसका की शुरू से ही पुरजोर विरोध किया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि वर्तमान और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा इस पर पुनर्विचार करने की घोषणा करनी पड़ी। लेकिन आज तक इस ओर कोई अमल अभी तक होता दिखाई नहीं दे रहा है, इस अधिनियम का एकमात्र उद्देश्य सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी इन धामों की सेवा में लगे पंडा पुरोहितों के परंपरागत अधिकारों और हकों को छीनकर हमारे पुश्तैनी भूमि-भवनों से हमारा मालिकाना हक छीनकर सनातन आस्था के मठ मंदिरों को अपनी सरकार के मुखिया के हवाले करके, इन धामों से जुड़े लोगों को वहां से दरकिनार करना है। अब जब सवाल अस्तित्व का है, तब तो बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने में भी गुरेज नहीं किया जाएगा। सभा ने सीएम से आग्रह किया है कि पुनर्विचार की अपनी घोषणा पर तत्काल अमल कर इस काले कानून को अपनी कैबिनेट में पास करवा कर निरस्त करने की कृपा करें, अन्यथा आपके केदारनाथ के 19 जुलाई के प्रस्तावित दौरे का पुरजोर विरोध किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश सरकार और शासन प्रशासन की होगी।   

error: Content is protected !!