चमोली जिला पंचायत में वित्तीय अनियमितता के आरोपों की जांच को टीम गठित–

by | Nov 1, 2021 | चमोली, प्रशासन | 0 comments

मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में बनाई गई तीन सदस्यीय जांच कमेटी–

गोपेश्वर। चमोली जिला पंचायत में वर्ष 2012-13 में नंदा राजजात के कार्यों में निविदा प्रक्रिया में धांधली व अन्य कार्यों में वित्तीय अनियमितता की शिकायत पर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच के लिए  मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। मुख्यमंत्री ‌पुष्कर सिंह धामी को चमोली जिला पंचायत में भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया था। जिस पर सीएम ने जिलाधिकारी को मामले की जांच के आदेश दिए थे। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है। जांच टीम में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता और कोषाधिकारी को शामिल किया गया है। इधर, जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जगदीश प्रसाद भट्ट के साथ ही जोशीमठ में नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार और ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार ने पत्रकार वार्ता कर जिला पंचायत अध्यक्ष पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि ऐन चुनाव से पहले  पूर्व मंत्री राजेंद्र भंडारी की क्षवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। जो ये आरोप जिला पंचायत अध्यक्ष पर लग रहे हैं उन आरोपों की चमोली के दो जिलाधिकारी व हाईकोट से क्लीन चीट मिली हुई है। दोनों नेताओं ने कहा कि भाजपा के जिला पंचायत सदस्यों को यदि अपना इस्तीफा देना है तो वे जिलाधिकारी को दें, ना कि भाजपा को। इससे साफ होता है कि जिला पंचायत अध्यक्ष की छवि को खराब करने के लिये यह षड़यंत्र रचा जा रहा है। पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस ब्लाॅक अध्यक्ष हरीश भंडारी के साथ ही कई कार्यकर्ता मौजूद थे।  

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