केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा- एक घंटे इंतजार करने के बाद भी हुआ मेरे साथ दुर्व्यवहार, हेलीकॉप्टर कंपनियों की दलाली और गुंडागर्दी का विरोध करता हूं, इसलिए हुई मेरे साथ आपराधिक घटना–

by | Nov 4, 2021 | कार्रवाई, देहरादून | 0 comments

केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा- एक घंटे इंतजार करने के बाद भी हुआ मेरे साथ दुर्व्यवहार, हेलीकॉप्टर कंपनियों की दलाली और गुंडागर्दी का विरोध करता हूं, इसलिए हुई मेरे साथ आपराधिक घटना–देहरादून।  केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना संजय गुंज्याल को पत्र भेजकर कहा कि मैं हमेशा केदारनाथ धाम टिकट खरीद कर जाता हूँ और हेली कंपनियों की दलाली व गुंडागर्दी का विरोध करता हूँ, इसलिए मेरे साथ आपराधिक घटना की गई। इन सभी मामलों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए , तभी जन प्रतिनिधि भविष्य में सरकार का सहयोग कर पाएंगे या अधिकारियों के मौखिक आग्रह पर अपना सम्मान बचाते हुए बैठकों में आ पाएंगे। विधायक ने जिला पर्यटन विकास अधिकारी, अन्य कर्मचारियों व हेली कंपनियों की भूमिका की जांच की पैरवी की। विधायक ने पुलिस महानिरीक्षक को भेजे पत्र में कहा कि 
कल यानि बुधवार को वे  9.17 प्रातः श्री बी डी सिंह जी , ACEO चार धाम देवस्थानम बोर्ड ने मुझे अबिलम्ब माननीय मुख्यमंत्री जी की बैठक हेतु केदारनाथ आने का आग्रह किया मैने उन्हें जिला या राज्य प्रशासन के किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा कहलाने के लिए कहा तो उनके फोन से आपने मुझे अभिलंब माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड के साथ बैठक हेतु केदारनाथ पहुंचने का आग्रह किया गया । मुझे पता है कि आप IG intelligence हैं और आपको इस तरह के महत्वपूर्ण समय में किसी को अनोपचारिक रूप से आमंत्रित करने का अधिकार प्राप्त है।  मुझे बाद में  पता चला कि जब आपने मुझे बैठक हेतु आमंत्रि किया तो वँहा पर उस समय केदारनाथ जी के सभी तीर्थ पुरोहित मौजूद थे। मैनें भी तुरंत अपने आवास चंद्रापुरी से केदारनाथ जाने की तैयारी कर दी।  इस बीच मेरे मेरे साथ तैनात स्टाफ से रुद्रप्रयाग जिले के एलआईयू इंस्पेक्टर की वार्ता हुई कि , माननीय विधायक केदारनाथ जी को केदारनाथ बुलवाने के लिए अगस्तमुनि या चंद्रापुरी विशेष हेलीकॉप्टर भेजा जा सकता है । मैंने कहा कि उन्हें कह दो कि विशेष हेलीकॉप्टर मत भेजिये  गुप्तकाशी नजदीक है हम वहां से हेलीकॉप्टर लेकर बैठक हेतु केदारनाथ पंहुच जाएंगे । मैं 9:57 के लगभग जब  गुप्तकाशी से पहले सेमी गांव में जब पहुंचा तो मैंने आपको(श्री गुंज्याल) को और श्री बी डी सिंह को फ़ोन कर उस नजदीकी हेलीपैड जिससे मुझे केदारनाथ जाना है की जानकारी हेतु फ़ोन करना शुरू किया । जब कई बार फ़ोन करने पर भी फ़ोन नहीं उठा तो मैंने मेरे साथ केदारनाथ  साथ चल रहे जिला पंचायत सदस्य श्री गणेश तिवारी जी से gmvn में मौजूद जिला हेली नोडल अधिकारी श्री नौटियाल से सबसे नजदीकी हेलीपैड जिससे मुझे केदारनाथ से उड़ना है था में संदेश भेजने के लिए कहा गया।  उन्होंने पवन हंस जाने के लिए कहा । मैं और श्री गणेश तिवारी 10.05 के लगभग पवन हंस पंहुच गए। जंहा लगभग 1 घंटे खड़े रहे । वँहा मौजूद पुलिस और स्थानीय प्रशासन के किसी अधिकारी और कर्मचारी को मेरे केदारनाथ जाने और माननीय मुख्यमंत्री की बैठक में सम्मलित होने के बिषय में पता नही था। 1 घंटे हेलीपैड पर इंतजार के दौरान मेरे सामने पुलिस के कांस्टेबल ,फॉलवेर्स आदि लगभग 5 -6 उड़ानों में केदारनाथ गए । मैं लगभग एक घंटा पवन हंस हेलीपैड पर रुका इस बीच मैंने आपको तथा श्री वी डि सिंह को लगभग 20 से 25 कॉल की आप दोनों लोगों ने फोन नहीं उठाया फिर आपका फोन आया कि आपको पवन हंस से केदारनाथ भेजने की बात करते हैं । इस बीच हेली कंपनी के का मैनेजर और उसके साथी कर्मचारी मुझसे अपमानजनक व्यवहार करने लगे मेरे साथ मिलकर अभद्र व्यवहार किया हाथापाई करने की कोशिश की गई और मेरी उंगली दांत से काट दी ।          मैं यह समझ नहीं पाया हूं कि एक तरफ आप लोगों (सरकार) के द्वारा त्योहार के दिन और जब मैं अपने नजदीकी रिश्तेदार के दाह-संस्कार में जा रहा था तब  जल्दी माननीय मुख्यमंत्री जी की बैठक विशेष हेलीकॉप्टर भेज कर केदारनाथ बुलानेकी बात की जा रही थी और दूसरी तरफ मैं स्वयं जब गुप्तकाशी पहुंचा और डेढ़ घंटे के अंतराल में वहां वहां हेलीपैड से पुलिस के सिपाही तथा फॉलोअर्स मेरे सामने कई बार हेलीकॉप्टर से केदारनाथ गए  । लेकिन पुलिस महानिरीक्षक के आग्रह पर मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री की बैठक हेतु केदारनाथ जा रहे विधायक केदारनाथ के केदारनाथ जाने के बारे में किसी को कोई सूचना नहीं थी साथ ही आपने और श्री बी डी सिंह ने मेरे लगभग 25 फ़ोन कॉल का जबाब नही दिया । मेरा मानना है कि यह मेरे, केदारनाथ जी की जनता और चार धामों के हक-हकूक धारियों तथा पूरे सनातनियों के साथ कोई बड़ा षडयंत्र था । क्योंकि जिस बैठक हेतु मुझे बुलाया गया था उसमें केदारनाथ जी और चार धाम देवस्थानम बोर्ड के बारे में सम्भवतः बड़े निर्णय होने थे।        क्योंकि जिला नोडल अधिकारी हेलीकॉप्टर / जिला पर्यटन अधिकारी रुद्रप्रयाग  के अथवा पुलिस द्वारा उसी हेलीकॉप्टर कंपनी से 1 घंटे में मेरे सामने कई कर्मचारियों ने उड़ान भरी और एक विधायक को बुला कर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया हो ये बिना उच्च स्तरीय संरक्षण के संभव नही है। इसलिए जिला पर्यटन अधिकारी तथा अन्य कर्मचारियों और कंपनी की भूमिका की जांच की जानी आवश्यक है । मैं हमेशा केदारनाथ जी टिकट खरीद कर जाता हूँ और कंपनियों की दलाली व गुंडागर्दी का विरोध करता हूँ इसलिए मेरे साथ आपराधिक घटना की गई।इन सभी मामलों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए , तभी जन प्रतिनिधि भविष्य में सरकार का सहयोग कर पाएंगे या अधिकारियों के मौखिक आग्रह पर अपना सम्मान बचाते हुए बैठकों में आ पाएंगे।  

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