चमोली। चमोली जनपद में निजमुला घाटी के लिए दो दिसंबर का दिन खास है। इस दिन घाटी में चमोली जिला सहकारी बैंक की शाखा का शुभारंभ होगा। अभी तक ग्रामीण बैंकिंग सेवा के लिए 18 किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर रहे हैं। घाटी में संचार, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क जैसे मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। चमोली जिला सहकारी बैंक के मौजूदा अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत निजमुला घाटी के निवासी हैं। उन्होंने अध्यक्ष बनने के बाद से घाटी में बैंक शाखा खोलने की योजना बनाई। उन्होंने इस संबंध में सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत से बैंक शाखा खोलने के लिए मंजूरी मांगी तो उन्होंने उनके अनुरोध को सहस्र स्वीकार कर दिया। अब दो अक्तूबर को घाटी के ब्यारा गांव में चमोली जिला सहकारी बैंक की शाखा काम करना शुरू कर देगी। संभवतः बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट शाखा का शुभारंभ करेंगे। निजमुला घाटी में आज भी ग्रामीण सड़क, स्वास्थ्य, संचार जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। घाटी के मौली, मानुरा, हडुंग, नैवा, तड़ागताल, धारकुमाला, पगना, दुर्मी, झींझी, ईराणी और पाणा गांव के ग्रामीण आज भी यातायात की सुविधा के लिए मीलों की पैदल दूरी नापते हैं। घाटी में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी अभाव है। शीतकाल में लंबे समय तक घाटी के दूरस्थ गांव बर्फ के आगोश में रहते हैं, जिससे यहां खाद्यान्न सहित अन्य जरुरी सामग्री पहुंचानी भी मुश्किल बनी रहती है। लंबी इंतजारी के बाद घाटी में बैंक शाखा खुलने से ग्रामीणों को बढ़ी राहत मिल जाएगी।
ईराणी गांव के ग्राम प्रधान मोहन सिंह नेगी ने बताया कि घाटी में ग्राम पंचायत गाड़ी, सैंजी, ब्यारा, निजमुला, गौणा, धारकुमाला, दुर्मी, पगना, पाणा और ईराणी गांव स्थित हैं। इन गांवों की बढ़ी आबादी मनरेगी जैसी योजनाओं से आय अर्जित करती है, लेकिन घाटी में बैंक शाखा न होने के कारण ग्रामीणों को मनरेगा मजदूरी के आहरण के लिए भी 18 किलोमीटर दूर चमोली बाजार के बैंकों में जाना पड़ता है। ऐसे में चमोली जिला सहकारी बैंक की शाखा खुलने से ग्रामीणों को बढ़ी राहत मिल जाएगी। विभिन्न योजनाओं की पेंशन लेने वाले लाभार्थियों को भी इसका फायदा मिलेगा।
चमोली जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि निजमुला घाटी के लिए यह सुखद पल है, कि घाटी में बैंक शाखा का संचालन होगा। उन्होंने कहा कि अब ग्रामीणों को बैंक के कार्यों के लिए लंबी दूरी नहीं नापनी पड़ेगी।