देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने भाषण की शुरूआत गढ़वाली में की। कहा उत्तराखंड का सभी दाना -स्याणा, दीदी-भुली, चच्ची-बोडियां, भै बैण्यों आप सभी थैं प्रणाम। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते पांच वर्षों में उत्तराखंड के विकास के लिए केंद्र सरकार ने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक परियोजनाएं स्वीकृत की हैं। यहां की सरकार इन्हें धरातल पर उतार रही हैं। इसी को आगे बढ़ाते हुए आज 18 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण किया गया है। जो लोग पूछते हैं कि डबल इंजन की सरकार का क्या फायदा है, वह देख सकते हैं, कैसे ये सरकार विकास की गंगा बहा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दस साल में देश में जो घोटाले हुए, उसकी भरपाई के लिए हम दोगुनी रफ्तार से काम कर रहे हैं। आज भारत नवनिर्माण में जुटा है। देवभूमि उत्तराखंड में श्रद्घालु ही नहीं उद्यमी और प्रकृति प्रेमी भी आते हैं, उनके लिए अभूतपूर्व काम किया जा रहा है। चार धाम ऑल वेदर रोड के तहत अब रुकावटें दूर हो चुकी हैं, बदरीनाथ यात्रा में अब कोई दिक्कत नहीं है। जिस लामबगड़ में तीर्थयात्री घंटों सड़क खुलने का इंतजार करते थे, यहां हमने हाईवे को दुरस्त और सुगम बना लिया है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में अनेक सुविधाओं से जुड़े प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो रहा है। 2019 में 10 लाख से ज्यादा लोग केदारनाथ आये। पुनर्निर्माण ने सुविधा और रोजगार बढ़ाए। पीएम ने कहा कि उत्तराखंड के औषधीय गुणों वाली जड़ी बूटियों की मांग पूरी दुनिया में है। सेलाकुई की सगंध पौधा केंद्र की प्रयोगशाला अब रोजगार की राह मजबूत करेगी। हमारे लिए उत्तराखंड तप और तपस्या का मार्ग है। वर्ष 2014 से पहले की सरकारों ने उत्तराखंड में सिर्फ 288 किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाये थे, जबकि हमारी सरकार ने सात सालों में 2000 किलोमीटर लंबे हाईवे का निर्माण किया है। पहले की सरकार ने उत्तराखंड में नेशनल हाईवे पर सात साल में 600 करोड़ खर्च किया। हमारी सरकार ने सात साल में 12000 करोड़ से अधिक खर्च किया। उन्होंने गढ़वाली का तड़का भी लगाया। कहा कि आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि उत्तराखंड का पाणी और जवानी अब उत्तराखंड के काम ही आली। पूर्व की सरकारों ने हर स्तर पर सेनाओं को निराश करने की कसम खाई हुई थी, लेकिन हमारी सरकार दुनिया के किसी देश के दबाव में नहीं आती। एक समय पहाड़ पर रहने वाले लोग विकास की मुख्यधारा से जुड़ने का सपना ही देखते थे। हमें कब सड़क मिलेगी, बिजली मिलेगी, कब स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी, लेकिन जब कुछ करने का जुनून हो तो सूरत भी बदलती है और सीरत भी बदलती है। प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा में जहां नजर दौड़ाई, वहां लोग मौजूद दिखे। जैसे ही मोदी का संबोधन शुरू हुआ तो जो जहां था वहीं से भाषण सुनने लग गया। गुनगुनी धूप का आनंद लेने के साथ ही लोगों ने एकटक होकर प्रधानमंत्री का भाषण सुना।