चमोली भेषज संघ का 76 लाख का वार्षिक बजट हुआ पेश, जड़ी-बूटी के कृषिकरण पर रहेगा फोकस–

by | Dec 4, 2021 | चमोली, बैठक | 0 comments

गोपेश्वर। चमोली जिला भेषज संघ का वार्षिक बजट शनिवार को पेश हुआ। संघ की सामान्य निकाय की 44वीं वार्षिक बैठक में वर्ष 2022-23 के लिए 76 लाख का अनुमानित बजट पेश किया गया। 2020-21 में संघ ने जड़ी-बूटी कृषिकरण के साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों से 31 लाख रुपये की आय अर्जित की है। 

संघ कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में भेषज संघ के अध्यक्ष सतेंद्र सिंह असवाल ने कहा कि संघ की ओर से कई वर्षों से बंजर पड़ी बड़ागांव और सगर गांव की नर्सरियों को पुन‌र्जीवित किया है। बड़ागांव नर्सरी पर संघ की ओर से 16 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। यहां जड़ी-बूटियों का कृषिकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों से वन निगम उनके हक-हकूकों पर हस्तक्षेप कर रहा है, जिसे सरकार के सम्मुख रखा गया है। आरक्षित वन् क्षेत्र में झूला घास के दोहन का कार्य भेषज संघ को दिया जाना चाहिए, इसके लिए शासन से पत्राचार और वार्ता चल रही है। उन्होंने कहा कि जड़ी-बूटी के कृषिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रेम बल्लभ भट्ट ने भेषज संघ की ओर से किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अधिकांश काश्तकारों की आजीविका भी भेषज संघ से जुड़ी है। संघ की ओर से कूट, कुटकी और फरण की खेती से जिले के कारतकारों को दो करोड़ से अधिक का लाभ दिलाया गया है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक काश्तकारों की जड़ी बूटी की खेती के लिए प्रोत्साहित किये जाने की भी आवश्यकता है। इस मौके पर भाजपा के जिला महामंत्री नवल भट्ट, नगर अध्यक्ष विनोद वनवासी संचालक सरिता डिमरी, जय सिंह, राजेंद्र सिंह, अब्बल सिंह, राकेश कुमार, प्रदीप, विनीता पंवार, अनसूया गौड़, जगदीश प्रसाद आदि मौजूद थे। संचालन सचिव विवेक कुमार मिश्रा ने किया। इस दौरान संघ को कई सुझाव भी प्राप्त हुए। सदन में काश्तकारों ने वन क्षेत्र से लगी बंजर भूमि पर वृहद रुप से जड़ी-बूटी के कृषिकरण पर जोर दिया। 

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