उर्गम सड़क का करीब 20 मीटर हिस्सा टूटा, ग्रामीणों की आवाजाही भी रुकी–
गोपेश्वर। उर्गम घाटी की लाइफ लाइन कहे जाने वाली हेलंग-उर्गम सड़क पर बृहस्पतिवार को अचानक भूस्खलन होने से करीब 20 मीटर हिस्सा ढह गया। जिससे घाटी के एक दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही ठप पड़ गई है। घाटी के सैर-सपाटे पर पहुंचे 250 से अधिक पर्यटक भी घाटी में ही फंस गए हैं। साथ ही करीब 13 गांवों का भी संपर्क अन्य क्षेत्र से कट गया है। उर्गम घाटी के गांवों के साथ ही पंचम केदार कल्पेश्वर मंदिर को जोड़ने वाली हेलंग-उर्गम सड़क का एक हिस्सा पावर हाउस के समीप अचानक ढह गया। जिससे मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है। पंच केदार कल्पेश्वर घूमने आए 250 से अधिक पर्यटक भी घाटी में ही फंस गए हैं। यह सड़क घाटी के एक दर्जन से अधिक गांवों की लाइफ लाइन भी है, मार्ग बंद होने से इन गांवों के लोगों के लिए भी परेशानी खड़ी हो गई है। जिसमें पंच केदार के कल्पेश्वर व ध्यान बदरी मंदिर के अलावा डुमक, कलगोठ, किमाणा, पल्ला जखोला, उर्गम, ल्यारी, थैणा, पंचधार, सलना, तल्ला बडगिंडा, बडगिंडा, गीरा, बांसा, भर्की, भेंटा, पिलखी, ग्वाणा, अरोसी, देवग्राम सहित अन्य गांव शामिल हैं। देवग्राम के प्रधान देवेंद्र सिंह रावत की ओर से सड़क टूटने की सूचना आपदा कंट्रोल रूम और तहसील प्रशासन को दे दी गई है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी सड़क को बनवाने की मांग की है। सड़क बंद होने से लोगों को जरूरी काम से आने जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। जल्द से जल्द सड़क के टूटे हिस्से को ठीक कराया जाए। पूर्व ग्राम प्रधान लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि घाटी में 250 से अधिक पर्यटक घूमने आए हुए हैं, सड़क टूटने से पर्यटक भी फंस गए हैं। उन्होंने शीघ्र सड़क को खुलवाने और सड़क की दयनीय स्थिति को सुधारने की मांग उठाई है। कहा गया कि कई बार जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर भी सड़क का सुधारीकरण कार्य नहीं किया गया है।