गोपेश्वर में महिला पतंजलि योग समिति ने किया नृत्य नाटिका का आयोजन, महिलाओं ने निभाए सभी पात्रों के किरदार–
गोपेश्वर। गोपीनाथ मंदिर के समीप ही रामलीला मैदान में महिला पतंजलि योग समिति की महिलाओं की ओर से द्रोपदी की लाज नृत्य नाटिका का मनमोहक मंचन किया गया। नृत्य नाटिका के दृश्यों और कलाकारों के शानदार अभिनय ने लोगों को भाव विभोर कर दिया। यह कार्यक्रम तीन दिनों तक आयोजित होगा। शनिवार को सीता-राम स्वयंबर और रविवार को भव्य नंदा राजजात यात्रा का आयोजन होगा।
महिला पतंजलि योग समिति की ओर से शुक्रवार को तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सुबह योग और यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों को योगाभ्यास कराया गया। साथ ही देश और दुनिया में शांति के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया। उसके बाद दोपहर 12 बजे से नृत्य नाटिका का मंचन शुरू किया गया। जिसमें पौड़ी और रुद्रप्रयाग से आई महिला कलाकारों ने नाटिका का मंचन किया। पांडव और कौरवों के बीच चौसर का खेल होता है, जिसमें मामा शकूनी की चाल में फंसकर पांडव अपना सबकुछ हार जाते हैं, बाद में वह द्रोपदी को ही दांव पर लगा देते हैं और उसे भी हार जाते हैं। जिसके बाद भरी सभा में दुशासन द्रोपदी की साड़ी खींचता है। द्रोपदी भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण करती हैं और भगवान श्रीकृष्ण आकर उसकी लाज बता लेते हैं। नृत्य नाटिका में संवाद गढ़वाली गीतों के माध्यम से बोले गए। बीच-बीच में गढ़वाली भजनों की भी प्रस्तुति दी गई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम देखने के लिए मौजूद रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अनसूया प्रसाद भट्ट रहे। उन्होंने समिति से जुड़ी महिलाओं के अभिनय की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि महिलाएं सनातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्द्घन को लेकर बेहतर कार्य कर रही हैं। इस मौके पर चरण पादूका गोथल समिति की अध्यक्ष दीपा देवी, सचिव मीना तिवाड़ी, चंद्रकला खंडूड़ी, सुस्मिता सेमवाल, चंद्रकला बिष्ट, पुष्पा नेगी, मनोरमा तिवाड़ी, कलाकारों में लक्ष्मी शाह, लक्ष्मी रावत, कल्पेश्वरी बिष्ट, सुषमा भंडारी, मीना बुटोला, सीमा गुसाईं, मीना तिवाड़ी सहित कई दर्शकगण मौजूद रहे।