अफसर बताएं, गांवों से कैसे रुकेगा पलायन, 26 से 35 साल के युवाओं के पलायन पर करें योजनाओं का फोकस–

by | Jul 22, 2021 | चमोली, पलायन | 0 comments

बोलीं-पलायन आयोग की सदस्य रंजना रावत 

गोपेश्वर। बृहस्पतिवार को ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग की सदस्य रंजना रावत ने विकास भवन के सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि पहाड़ में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में गांवों से अधिकतर पलायन हो रहा है। कहा कि पूछा कि विभागों ने पलायन को रोकने के‌ लिए क्या किया है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को मिल बैठकर पलायन को रोकने के लिए ठोस रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए। उत्तराखंड के गांवों से हो रहे पलायन को लेकर चर्चा करते हुए उन्होंने महत्वपूर्ण सुझाव भी लिए। रंजना रावत ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव से गांवों से अधिकतर पलायन हो रहा है। इसमें सबसे ज्यादा 26 से 35 आयु वर्ग के युवा हैं, जिन पर विशेष फोकस करने की आवश्यकता है। गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्यान, उद्योग, मत्स्य, पशुपालन, डेयरी, सहकारिता जैसे उद्यम व सुविधाओं की दरकार है। विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी आपस में मिलकर पलायन पर अंकुश लगाने के लिए ठोस रणनीति तैयार करें। बैठक में डीआरडीओ के परियोजना‌ निदेशक प्रकाश रावत, जिला विकास अधिकारी सुमन बिष्ट उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी राम कुमार दोहरे, मुख्य शिक्षा अधिकारी ललित मोहन चमोला, जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष भंडारी, पशु च‌िकित्साधिकारी मेघा पंवार, जिला पर्यटन विकास अधिकारी विजेंद्र पांडेय, सहायक प्रबंधक बदरी प्रसाद सती, जिला बाल विकास अधिकारी संदीप कुमार, डिप्टी सीएमओ डा. वीपी सिंह के साथ ही अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। 

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