विकट समस्याओं से जूझते भीषणतम भौगोलिक परिस्थितियों और प्रतिकूल जलवायु में रहने वाले ग्रामीण–
उत्तरकाशीः उच्च हिमालय क्षेत्रों में भीषणतम भौगोलिक परिस्थितियों और प्रतिकूल जलवायु में रहने वाले गांवों के ग्रामीणों की दुश्वारियां तब ओर भी बढ़ जाती हैं, जब बर्फबारी होती है, ग्रामीणों को मीलों दूरी बर्फ में आवाजाही करनी पड़ती है, ऐसे में बुजुर्गों, बीमार और बच्चों को गंतव्य तक जाने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
मंगलवार को उत्तरकाशी के मोरी विकासखंड के ओसला गांव में बीमार व्यक्ति को बर्फीले रास्ते से 14 किलोमीटर पैदल सफर तय कर ग्रामीणों द्वारा सड़क मार्ग तक लाया गया। यह गांव विकासखंड का दूरस्थ गांव है। यहां के ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं, गांव के बच्चों को कक्षा 10 की पढ़ाई के लिए 6 किलोमीटर दूर गंगार गांव जाना पड़ता है, जबकि 12वीं तक की पढ़ाई के लिए 28 किलोमीटर दूर साक्री गांव जाना पड़ता है। इस गांव में संचार सुविधा भी नहीं है।
ग्रामीणों ने गांव को सड़क और संचारु सुविधा से जोड़ने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान क्षेत्र में नेतागण सुविधाएं देने के आश्वासन देकर चले जाते हैं, लेकिन चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद मुड़कर भी नहीं देखते हैं।