चमोलीः इस गांव में महिलाएं संभालती हैं कई अहम जिम्मेदारी–  

by | Feb 25, 2022 | चमोली, रचनात्मक, संस्कृति, सामाजिक कार्य | 0 comments


अधिकांश युवा नौकरी पर होने के कारण महिलाओं के कंधों पर रहता है कार्यों का बोझ– 

गैरसैंण तहसील की खंसर घाटी के तेवाखर्क गांव में आज भी सामाजिक एकता का अनूठी परंपरा है। इस गांव के अधिकांश युवा नौकरी पर मैदानी क्षेत्रों में होने के कारण गांव में किसी भी सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों का बोझ महिलाओं के कंधों पर होता है।

खेतीबाड़ी, चूल्हा-चौका की जिम्मेदारी के साथ ही महिलाएं गांव के सामाजिक कार्यों का निर्वहन भी एकजुटता के साथ निभाती हैं। शुक्रवार को जब गांव में एक परिवार के नवनिर्मित मकान का लेंटर डाला जा रहा था, तो इसमें महिलाओं ने बढ़चढ़कर भागेदारी निभाकर दोपहर में ही मकान की छत को पूर्ण कर दिया। इस कार्य में महिलाओं ने खाना बनाने, परोसने के साथ ही लेंटर में मसाला बांटने तक का कार्य बखूबी निभाया। इसके अलावा गांव की महिलाएं हर सामाजिक कार्यों में आगे रहती हैं।

गांव में शादी समारोह हो या कोई भी अन्य धार्मिक आयोजन, महिलाओं की भूमिका अग्रणी रहती है। गांव में महिला मंगल दल भी सक्रिय है। शराब के विरोध में कई बार महिलाएं मुखर हो चुकी हैं। गांव में खुशहाली और स्वच्छता, साक्षरता, मनरेगा जैसे कार्यों को पूर्ण करने में हमेशा महिलाएं एकजुट होकर आगे बढ़ती हैं। गांव के सामाजिक कार्यकर्ता भरत सिंह का कहना है कि गांव की महिलाएं बेहद कर्मठ और जुझारू हैं। अपनी मातृ श‌क्ति पर हमें गर्व है।

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