विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का करना पड़ा सामना, मंथन में जुटी कांग्रेस–
रायबरेलीः यूपी विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करने के बाद हार की जिम्मेदारी लेते हुये रायबरेली में कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड बहुमत के आगे कांग्रेस के कई प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए।
कांग्रेस के गढ़ के रूप से पहचान बना चुनी रायबरेली का गांधी परिवार से लंबा नाता रहा है। हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में पार्टी का यहां से सूपड़ा साफ हो गया। शर्मनाक हार से क्षुब्ध पार्टी के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस हाईकमान में अपना विश्वास व्यक्त करते हुए उन्हें इस्तीफा सौप दिया है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में रायबरेली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी विधानसभा सीटो पर पार्टी का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा है।
कभी यहाँ की सभी सीटों पर अपना झंडा बुलंद करने वाली कांग्रेस के उम्मीदवार पांच में से तीन सीट पर अपनी जमानत भी न बचा सके। केवल सरेनी और बछरांवा में वोट प्रतिशत कुछ ठीक था, जहाँ सरेनी में लगभग 20 प्रतिशत और करीब 27 प्रतिशत कांग्रेस का वोट था।पंकज तिवारी ने त्यागपत्र में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी पर अपना विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए वह जिलाध्यक्ष के पद से इस्तीफा देते है लेकिन पार्टी की विचारधारा के लिए अपनी अंतिम सांस तक काम करते रहेंगे। उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद से ही कांग्रेस मंथन में जुटी है। अब फिर नए सिरे से संगठन को खड़ा करने पर विचार किया जा रहा है।